अब तक कोरोना के हवा में फैलने को लेकर तमाम तरह की अटकलें सामने आ रहीं थी, लेकिन अब वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी डब्लूएचओ ने इस बारे में अपना तर्क रखा है।
वैज्ञानिकों के दिए गए सबूतों के आधार पर डब्लूएचओ ने यह स्वीकारा था कि हवा के जरिए भी कोरोना वायरस फैल सकता है। अब इस बारे में डब्लूएचओ ने नई गाइडलाइन जारी की है।
कोरोना वायरस का संक्रमण हवा के जरिए भी फैलता है और इस बारे में लगभग 32 देशों के वैज्ञानिकों ने दावा भी किया था, जिसके बाद डब्लूएचओ ने कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के माध्यम में हवा को भी शामिल किया है।
डब्लूएचओ की गाइडलाइन में आशंका जताई है कि कुछ विशेष स्थानों पर कोरोना वायरस का संक्रमण हवा के जरिए फैल सकता है। इसमें भीड़ वाली जगह में एरोसोल ट्रांसमिशन के साथ-साथ रेस्टोरेंट और फिटनेस क्लासेस में भी हवा के जरिए कोरोना वायरस फैलने की बात कही गई है। इस बात की भी आशंका जताई गई है कि किसी बंद जगह पर लंबे समय तक संक्रमित व्यक्ति के रहने के कारण भी कोरोना वायरस का संक्रमण उस जगह पर हवा के जरिए फैल सकता है।
यानी भीड़-भाड़ वाले इलाके में कोरोना संक्रमण की आशंका हो सकती है। डब्लूएचओ यह बताया है कि वह अभी भी दुनिया के अलग-अलग देशों के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इस पर काम कर रहा है कि हवा के जरिए कोरोना वायरस अन्य किन जगहों पर और किस प्रकार से फैल सकता है।
डब्लूएचओ द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइंस इस बात का सुझाव देती है कि हमें भीड़भाड़ वाली जगहों पर और रेस्टोरेंट्स के साथ-साथ फिटनेस क्लासेस को भी ज्वाइन करने से बचना चाहिए। इसके साथ-साथ हमें किसी वेंटिलेशन की अच्छी सुविधा वाली बिल्डिंग में एंटर करना चाहिए। कोरोना वायरस से बचे रहने के लिए मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहुत जरूरी है।