इंदौर। कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण ने इंदौर में पिछले रेकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। शुक्रवार को एकसाथ 145 कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सामने आने से हड़कंप मच गया है। यह पहला प्रसंग है जब इतनी बड़ी संख्या में कोरोना केस मिले हैं, जिसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 6 हजार के नजदीक पहुंच गया है। 4 नई मौतें दर्ज होने के बाद महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या 288 हो गई। कलेक्टर मनीष सिंह इतने नाराज हैं कि उन्हें चेतावनी जारी करनी पड़ी है।
जिस प्रकार से शहर में मरीजों का आंकड़ा तेज रफ्तार पकड़ रहा है, उसने जिला प्रशासन के तमाम प्रयोगों को धूल में मिलाकर रख दिया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि शहर की स्वास्थ्य फिजा की अनदेखी करने वाले लोगों पर बाकायदा केस दर्ज किया जाएगा। उनकी ये चेतावनी उस बयान के ठीक एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आने वाले 10-15 दिनों में स्थितियां संभल जाएंगी और लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कोरोना के कहर से शहर के हालात इतने बदतर हो गए हैं कि दुकानें सील करने, नगर निगम द्वारा चालान बनाए जाने के बाद भी संक्रमितों का आंकड़ा लगातार तीसरे दिन 100 के पार रहा। 145 नए मरीज सामने आने के बाद इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5906 पर पहुंच गई है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को 2575 टेस्ट किए जिसमें से 2394 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई।
शुक्रवार को इंदौर में कोरोनावायरस के कुल 2143 सैंपल प्राप्त हुए हैं। अब तक 1 लाख 16 हजार 500 सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। शहर के विभिन्न अस्पतालों से 36 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया, जिन्हें मिलाकर अब तक स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 4175 गई।
विभिन्न अस्पतालों में फिलहाल 1443 कोरोना पॉजिटिव मरीज उपचाररत हैं। शुक्रवार को संस्थागत क्वारेंटाइन (मैरेज गार्डन और हॉस्टल) से 7 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया। इन स्थानों से अब तक 4860 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।