बर्मिंघम: राष्ट्रमंडल खेलों के बैडमिंटन एकल फाइनल में जगह बनाने से चूक गए किदाम्बी श्रीकांत ने एकल में और त्रिसा जॉली तथा गायत्री गोपीचंद ने महिला युगल में कांस्य पदक जीते ।इसके अलावा पुरुष युगल में सात्विकसाईराज और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी स्वर्ण पदक से एक जीत दूर है।
सेमीफाइनल में हार के बाद श्रीकांत कांस्य पदक के दावेदार थे लेकिन उन्हें इस पदक को जीतने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा। सिंगापुर के जिया हेंग तेह ने चोटिल होने के बाद भी गजब का जज्बा दिखाया।
श्रीकांत ने इस मुकाबले को 21-15, 21-18 से जीतने के बाद रैंकिंग में 87वें स्थान पर काबिज खिलाड़ी के हौसले को सम्मान देते हुए गले लगया।
महिला युगल में त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद को भी सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। भारतीय जोड़ी को मलेशिया की तान कोंग ली पीयर्ली और थिनाह मुरलीधरन की जोड़ी ने सीधे गेम में 21-13, 21-16 से हराया।
इसके बाद महिला युगल में गायत्री और त्रिसा ने ऑस्ट्रेलिया की सुआन यू वेंडी चेन और ग्रोनिया समरविले को 21 . 15, 21 . 18 से हराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
बैडमिंटन में कांस्य पदक जीतने वाले किदांबी श्रीकांत की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें भारतीय बैडमिंटन के दिग्गजों में से एक बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा, यह उनका राष्ट्रमंडल खेलों में यह चौथा पदक है जिससे उनके कौशल और निरंतरता का पता चलता है। उम्मीद है कि वह आगे भी युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करते रहेंगे और भारत को गौरवान्वित करेंगे।
बैडमिंटन के महिला युगल में कांस्य पदक जीतने वाली त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें उन पर गर्व है।
मोदी ने खेलों से पहले बातचीत का एक वीडियो क्लिप ट्वीट करते हुए हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, राष्ट्रमंडल खेलों के लिए रवाना होने से पहले त्रीसा ने मुझे गायत्री के साथ अपनी दोस्ती के बारे में बताया लेकिन वह सुनिश्चित नहीं थी कि पदक जीतने पर वह कैसे जश्न मनाएगी। उम्मीद है कि अब उसने इसकी योजना बना ली होगी।