हॉकी मेंं रेफरी तो क्रिकेट में अंपायर, ऑस्ट्रेलिया के लिए खिलाफ जब भी भारत भिड़ा यह दोनों विलेन बनकर उभरे। स्वर्ण पदक मैच में अंपायर की 2 गलतियों के कारण भारत को 2 गेंदें कम खेलनी पड़ी और 2 रनों का नुकसान भी हुआ। दोनों बार अंपायरों ने वाइड देने में कोताही बरती।
इसकी बदौलत विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया ने राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार हुए टी20 महिला क्रिकेट फाइनल में रविवार को बेहद रोमांचक मुकाबले में भारत को नौ रन से हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया।भारतीय टीम को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
बेथ मूनी के अर्धशतक की मदद से आस्ट्रेलिया ने भारत के जबर्दस्त क्षेत्ररक्षण के बावजूद आठ विकेट पर 161 रन बनाये । जवाब में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 43 गेंद में 65 रन बनाये लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाज टीम को जीत तक नहीं ले जा सके । भारतीय टीम 19.3 ओवर में 152 रन पर आउट हो गई ।
ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी पांच विकेट 13 रन के भीतर ले लिये । स्पिनर एशले गार्डनर ने 16 रन देकर तीन विकेट लिये।भारत के लिये जेमिमा रोड्रिगेज ने 33 गेंद में 33 रन बनाये जबकि शेफाली वर्मा (11) और दीप्ति शर्मा (13) दोहरे अंक में पहुंचने वाली अन्य बल्लेबाज रहीं।
इससे पहले खचाखच भरे स्टेडियम में आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर रही भारतीय तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर ने खतरनाक एलिसा हीली को जल्दी पगबाधा आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई । अंपायर ने डीआरएस पर गेंदबाज के पक्ष में फैसला दिया।
इसके बाद मूनी (41 गेंद में 61 रन) और कप्तान मेग लानिंग (26 गेंद में 36 रन) ने 78 रन की साझेदारी की । लानिंग ने रेणुका को मिड आफ में मैच का पहला छक्का जड़ा।
आम तौर पर आलोचना झेलने वाले भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने शानदार प्रदर्शन किया । पहले लानिंग को रन आउट किया और उसके बाद दीप्ति शर्मा तथा राधा यादव ने बेहतरीन कैच लपके।दीप्ति ने एक हाथ से कैच लपककर मूनी को रवाना किया जबकि राधा ने ताहलिया मैकग्रा का कैच डाइव लगाकर बैकवर्ड प्वाइंट पर लपका। मैकग्रा कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बावजूद यह मैच खेल रही थी।
आस्ट्रेलिया एक समय 180 रन की तरफ बढता दिख रहा था लेकिन भारत ने आखिरी पांच ओवरों में 35 रन देकर पांच विकेट चटकाते हुए अच्छी वापसी की।रेणुका ने चार ओवर में 25 रन देकर दो विकेट लिये जबकि स्नेह राणा ने दो विकेट लिये लेकिन चार ओवर में 38 रन दे डाले।