बात 1970 की है जब राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन 'आनंद' नामक फिल्म साथ काम कर रहे थे। राजेश खन्ना का सितारा तब बुलंदियों को छू रहा था और वे सुपरस्टार थे। करोड़ों लोग उनके दीवाने थे जिनमें अमिताभ बच्चन भी शामिल थे। अमिताभ तो इस बात पर ही इतरा रहे थे कि वे सुपरस्टार के साथ फिल्म कर रहे हैं।
एक दिन अमिताभ की शूटिंग की छुट्टी थी। उस दिन तारीख थी 28 दिसम्बर। अमिताभ नहा-धोकर तैयार हुए और सोचा कि राजेश खन्ना को चौंकाया जाए। बिना बताए वे काका (राजेश को प्यार से इसी नाम से पुकारा जाता था) के बंगले पर पहुंच गए।
चौंकाने तो अमिताभ, राजेश को गए थे, लेकिन वहां जाकर वे खुद को ही कोसने लगे। दरअसल अमिताभ इस भ्रम में थे कि राजेश खन्ना का उस दिन जन्मदिन है, इसलिए वे बधाई देने के लिए काका के पास गए थे, लेकिन राजेश के बंगले पर शांति छाई हुई थी।
जब राजेश को इस बात का पता चला तो उन्होंने अमिताभ को बताया कि उनका जन्मदिन तो 29 दिसम्बर को है और अमिताभ एक दिन पहले ही आ गए। अमिताभ से गलती हो गई थी, लेकिन राजेश खन्ना ने जरा भी बुरा नहीं माना।
राजेश खन्ना की उस दिन शूटिंग थी तो उन्होंने कैंसल कर दी। अमिताभ उदास न हो इसलिए उन्होंने कहा कि वे (अमिताभ) चाहे तो पूरा दिन राजेश के साथ गुजार सकते हैं। भला अमिताभ इससे इनकार कैसे करते।
राजेश ने अमिताभ से कहा कि दोनों शक्ति सामंत (प्रसिद्ध फिल्म निर्माता-निर्देशक) के घर चलेंगे और वहीं खाना खाएंगे। अमिताभ और राजेश शक्ति दा के घर पहुंच गए। लंच साथ किया। उसके बाद पूरा दिन अमिताभ को राजेश अपने साथ घुमाते रहे।
अमिताभ के लिए वो यादगार दिन था और यह किसी पार्टी से कम नहीं था। सुपरस्टार्स की बात ही कुछ और होती है।