फिल्म निर्माता करण जौहर के नेतृत्व में बॉलीवुड के युवा सितारों के 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात में सलमान खान, आमिर खान और शाहरुख खान तीनों ही शामिल नहीं थे। बहरहाल प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान इन तीनों दिग्गजों की कमी फिल्मप्रेमियों को खल रही थी। यह भी सवाल उठा कि क्या बॉलीवुड में इन तीनों खानों का युग बीत गया है?
उल्लेखनीय है कि 2018 में शाहरुख खान की एक ही फिल्म 'जीरो' प्रदर्शित हुई। इस फिल्म ने दर्शकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। 2018 में सलमान और आमिर का जादू भी लोगों के सिर से उतरता दिखाई दिया। उनकी बड़े बजट की फिल्मों को वह रिस्पांस नहीं मिला जिसके लिए यह सितारे जाने जाते हैं।
शाहरुख की जीरो बॉक्स ऑफिस पर जीरो साबित हुई। आमिर की ठग्स ऑफ हिंदोस्तां ने बॉक्स ऑफिस पर खुद को ठगा हुआ महसूस किया तो सल्लू मियां की रेस भी असफल रही।
प्रधानमंत्री से बॉलीवुड निर्माताओं की मुलाकात के कुछ सप्ताह बाद यह बैठक हुई है। बॉलीवुड निर्माताओं ने प्रधानमंत्री से फिल्म उद्योग के समक्ष आ रहे मुद्दों पर चर्चा की थी, जिसके बाद सरकार ने फिल्म के टिकटों पर जीएसटी घटा दिया था।
प्रतिनिधिमंडल में निर्देशक रोहित शेट्टी और अश्विनी अय्यर तिवारी, प्रोड्यूसर एकता कपूर और महावीर जैन, कलाकार रणवीर सिंह, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, वरुण धवन, राजकुमार राव, विक्की कौशल, आयुष्मान खुराना, भूमि पेडनेकर और सिद्धार्थ मल्होत्रा शामिल रहे। जौहर ने बाद में इंस्टाग्राम पर मोदी के साथ समूह की एक सेल्फी साझा की।
उन्होंने तस्वीर के कैप्शन में लिखा कि प्रभावशाली और समय पर बातचीत से बदलाव आ सकता है और यह बातचीत ऐसी थी जिससे हमें नियमित तौर बातचीत होने की उम्मीद रहेगी। आज आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात असाधारण अवसर था। जौहर ने कहा कि मुलाकात से सकारात्मक बदलाव आएंगे।