चेहरा धोते वक्त भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां

Webdunia
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो पूरे दिन में कई बार चेहरा धोते हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें नहाने के अलावा एक बार भी चेहरा धोने में आलस्य आता है। आप चाहे इनमें से जैसे भी हो लेकिन अगर अपने चेहरे की त्वचा की परवाह करते हैं तो कम से कम आपको सही तरीके से चेहरा धोना तो आना ही चाहिए।
 
आइए, जानते हैं कि चेहरा धोने का सही तरीका क्या है और इसे धोते वक्त कौन सी गलतियां आपको नहीं करनी चाहिए -
 
1. कई लोग चेहरा धोने के लिए बहुत गर्म पानी का इस्तेमाल करते हैं, ऐसा करने से आपकी स्किन पर रूखापन और झुर्रियां जल्दी आ सकती है। आपको हमेशा गुनगुने या ठंडे पानी से ही अपने चेहरे को धोना चाहिए। 
 
2. कई लोग जहां जो साबुन मिल जाए उसी से अपना चेहरा धो लेते हैं। कोई भी साबुन लगा लेना आपकी त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकता है। आपको अपनी त्वचा के हिसाब से सही साबुन व फेसवॉश का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
 
3. कई लोग जब बाहर से घर लौटते हैं तब भी चेहरा नहीं धोते, न ही सोने से पहले धोते हैं। ऐसा करना गतल है क्योंकि आपके चेहरे पर दिन भर की गंदगी और धूल जमा रहती है, और यदि इसे न धोया जाए तो ये त्वचा के रोम छिद्रों को बंद कर देती है।
 
4. जब भी आप चेहरे पर स्क्रब व क्रीम लगा रहे हो, तब आपको मालिश करते हुए उंगलियां ऊपर की तरफ घुमाना चाहिए। नीचे की तरफ घुमाते हुए मालिश करने से त्वचा लटकने लगती है।
 
5. आप लड़के हो या लड़की हफ्ते में एक बार त्वचा को स्क्रब जरूर करें।
 
6. चेहरा धोने के बाद कभी भी उसे तौलिए से रगड़ कर नहीं पोंछें, बल्कि हल्की-हल्की थपकी देकर पोंछे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

8 वेजिटेरियन फूड्स जो नैचुरली कम कर सकते हैं बैड कोलेस्ट्रॉल, जानिए दिल को हेल्दी रखने वाले सुपरफूड्स

सोते समय म्यूजिक सुनना हो सकता है बेहद खतरनाक, जानिए इससे होने वाले 7 बड़े नुकसान

चाय कॉफी नहीं, रिफ्रेशिंग फील करने के लिए रोज सुबह करें ये 8 काम

क्या आपको भी चीजें याद नहीं रहतीं? हो सकता है ब्रेन फॉग, जानिए इलाज

क्या है सिटींग वॉकिंग का 2 पर 20 रूल? वेट लॉस और ब्लड शुगर मैनेज करने में कैसे कारगर?

सभी देखें

नवीनतम

पार्टनर से रोमांटिक अंदाज में कहें गुड नाइट, भेजें ये 20 दिल छू जाने वाले गुड नाइट कोट्स

इन 6 लोगों को नहीं पीनी चाहिए छाछ, जानिए वजह

भारत में कोरोना का JN.1 वैरिएंट: जानिए कितना है खतरनाक और क्या हैं इसके प्रमुख लक्षण

बाल कविता: इनको करो नमस्ते जी

डिजिटल युग में कविता की प्रासंगिकता और पाठक की भूमिका

अगला लेख