पेय पदार्थों की हमारी डाइट में एक अलग ही भूमिका होती है, फिर भले ही वह पेय पदार्थ पानी हो या ज्यूस। इनके नियमित सेवन से हमारी त्वचा में निखार आने के साथ ही शरीर को भी भरपूर ऊर्जा मिलती है। फ्रूट ज्यूस जहां आयरन और विटामिन से भरपूर होते हैं, वहीं वेजीटेबल ज्यूस शरीर के लिए उपयोगी पोषक तत्वों से युक्त होते हैं।
इन दोनों ही तरह के ज्यूस का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद होता है। यदि आप बेहतर स्वास्थ्य पाने की इच्छा रखते हैं तो आपको आज ही से अपनी डाइट में ज्यूस और पानी की उचित मात्रा को शामिल करना होगा।
पानी
कम मात्रा में पानी पीने से हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिसका प्रभाव शरीर के साथ ही त्वचा पर भी देखा जा सकता है। त्वचा की चमक को बरकरार रखने के लिए आपको हर दिन भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। पानी हमारी त्वचा की कोशिकाओं का भी प्रमुख तत्व होता है। जिस तरह से हम त्वचा की बाहरी नमी को बरकरार रखने के लिए उस पर मॉइश्चराइजर लगाते हैं उसी प्रकार से त्वचा को अंदरुनी नमी व पोषण प्रदान करने के लिए हमें पानी का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए।
ज्यूस
100 % फल या सब्जियों से बनाए गए ज्यूस हमारे शरीर में विटामिन की पूर्ति करने के साथ ही त्वचा को भी पोषण प्रदान करते हैं। स्वाद में लाजवाब होने के साथ ही ज्यूस त्वचा की गहराई से सफाई कर विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। एक रिसर्च के अनुसार गहरे रंग के फलों के ज्यूस शरीर के लिए अधिक गुणकारी होते हैं।
अनार और ब्लू बेरी के ज्यूस में हमारे शरीर व त्वचा के लाभकारी एंटी ऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है। चुकंदर का रस भी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
ओलोंग टी
ओलोंग टी को ब्लैक ड्रेगन टी के नाम से भी जाना जाता है। चाय का यह विशेष प्रकार आपको चाइनीज रेस्टॉरेंट में देखने को मिलेगा। इस चाय में भरपूर मात्रा में पॉलीफिनोल्स होते हैं, जो कि एक्जिमा और झुर्रियों जैसी समस्याओं से त्वचा की सुरक्षा करते हैं। आंखों के नीचे काले घेरे, चेहरे पर झुर्रियों जैसे बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने व वजन को नियंत्रित करने में ओलोंग टी बड़ी ही कारगर होती है।
ऐलोवेरा ज्यूस
त्वचा के लालपन व खुजली को खत्म करने के साथ ही ऐलोवेरा का ज्यूस त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं जैसे कि एक्जिमा, सोरियोसिस में भी औषधि की तरह कार्य करता है। रक्त की शुद्धि, पाचन क्रिया को बढ़ाना, आर्थराइटिस में कारगर व शारीरिक क्षमता को बढाने के साथ ही ऐलोवेरा ज्यूस के अनगिनत फायदे हैं। रोजाना एक कप ऐलोवेरा ज्यूस का सेवन हमारे स्वास्थ्य व त्वचा संबंधी कई समस्याओं के निदान में कारगर है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी को बगैर उबली हरी पत्तियों से बनाया जाता है। यही वजह है कि ग्रीन टी में उच्च स्तर पर पॉलीफिनोल्स होते हैं, जो एक ऐसा केमिकल कंपाउंड है जिसके पिगमेंट एंटी एजिंग के तौर पर कार्य करके त्वचा से झुर्रियों को कम कर उसे फोटो प्रोटेक्शन देते हैं। ग्रीन टी की विशेषता उसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लामेट्री गुण भी होते हैं। बालों के लिए भी ग्रीन टी बेहतर है। यदि हम शुद्धता की बात करें तो चाय में शुद्धता के मामले में ग्रीन टी से बेहतर कोई नहीं है।
ब्लैक टी
ब्लैक टी भी ग्रीन टी के समान पत्तियों से ही बनाई जाती है। स्वीट, स्पाइसी, चॉकलेट आदि ब्लैक टी के अलग-अलग फ्लैवर्स हैं। विटामिन ई और सी के साथ ही ब्लैक टी में मौजूद स्ट्रांग एंटीऑक्सीडेंट त्वचा पर प्रीमैच्योर एजिंग के लक्षणों को कम करता है। ब्लैक टी ऐसे एस्ट्रीजेंट के तौर पर कार्य करती है जिससे चेहरा बेदाग व चमकदार बनता है। ब्लैक टी के बेहतर परिणामों के लिए इसे दूध के बगैर पिएं, क्योंकि दूध इसके एंटी ऑक्सीडेंट गुण को घटाता है।
इनका सेवन न करें
कॉफी : कॉफी में कैफीन व शुगर की अधिक मात्रा होने के कारण यह त्वचा पर कील-मुंहासों का कारण बनती है। कॉफी में मौजूद टैनिन त्वचा को शुष्क बनाती है।
एल्कोहल : एल्कोहल त्वचा की नमी को सोख त्वचा में ढीलापन लाता है। बहुत से कॉकटेल, डाइग्यूरस और मार्गरिटा में शुगर की बहुत अधिक मात्रा होती है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचाती है।
सोडा : सोडा में मौजूद शुगर व अन्य सामग्री हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह होती है। सोडे की अधिक मात्रा शरीर में पानी के स्तर को कम कर देती है। शरीर व बेहतर स्वास्थ्य के लिए जहां तक संभव हो, हमें सोडा पीने से तौबा करनी चाहिए।