अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में कोरोनावायरस (Coronavirus) के प्रोटोकॉल का अक्षरश: पालन करते हुए 3 दिन भव्य दीपोत्सव मनाया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि दीपोत्सव कार्यक्रम में 5 लाख 50 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। माना जा रहा है कि दीपोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार रामलला के दरबार में दीप जलाएंगे और आरती करेंगे। दीपोत्सव के दौरान सभी कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण होगा। कई स्थानों पर एलईडी डिस्प्ले बोर्ड तथा एलईडी वैन लगाई जाएगी ताकि जनमानस जगह-जगह भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम का आनंद उठा सके।
उन्होंने बताया कि रामायण काल पर आधारित 11 झांकियां निकाली जाएंगी। कोविड-19 के चलते इस बार के दीपोत्सव कार्यक्रम में कोरोना महामारी से सुरक्षा के लिए बहुत ही सीमित संख्या में पर्यटक अयोध्या में रहेंगे।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम तैयारी बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने बताया कि इस बार भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम 11 से 13 नवंबर तक अर्थात 3 दिवसीय होगा। मुख्य कार्यक्रम के एक दिन पूर्व 12 नवंबर को का.सु. साकेत महाविद्यालय से रामायणकाल पर आधारित 11 झांकियां निकाली जाएंगी, जो नए घाट सरयू तट पर स्थित रामकथा पार्क तक जाएगी। शोभायात्रा में निकाली जा रही झांकियों में सचित्र पात्र होंगे जो रामायण काल में घटित घटनाओं का सचित्र दृश्य प्रस्तुत करेंगे।
जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि राज्याभिषेक के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा होगी। 13 नंवबर को मुख्य कार्यक्रम रामकथा पार्क, राम की पैड़ी, नयाघाट, सरयू आरती स्थलों पर आयोजित होगा। रामकथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की ओर से श्रीराम, सीता, लक्ष्मणजी के स्वरूप की आरती के साथ उनका विधि-विधान से राज्याभिषेक भी किया जाएगा। इस दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी होगी।
अयोध्या में चौथे दीपोत्सव की तैयारी के लिए शुक्रवार देर शाम अधिकारियों की बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें इस बार कोविड-19 और सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए दीपोत्सव का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की गई। (एजेंसियां)