पौराणिक शास्त्रों के अनुसार गाय (गौ) हमारी माता है और उसकी महिमा बड़ी निराली है। गौ माता महिमामयी और सभी प्रकार से पूज्य है। गौ माता की रक्षा करना हर मनुष्य का परम कर्तव्य है।
गौमाता की सेवा से बढ़कर कोई दूसरा महान पुण्य नहीं है। पुराणों में कहा गया है कि जो मनुष्य गौ माता के खुर से उड़ी हुई धूलि को सिर पर धारण करता है, वह मानों तीर्थ के जल में स्नान कर लेता है और उसे सभी पापों से छुटकारा मिल जाता है।
यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं गौमाता के बारे में 10 शुभ और पवित्र बातें जिन्हें जीवन में अपनाकर आप अपनी सभी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानें...
* गौ माता (गाय) की पूजा करने से कुंडली के दोष समाप्त होंगे।
* प्रतिदिन गौ माता के नेत्र के दर्शन करें, जीवन में लाभ ही लाभ होगा।
* यदि रास्ते में जाते समय गौ माता आती हुई दिखाई दें तो उन्हें अपने दाहिने से जाने दें, तो निश्चित ही आपकी यात्रा सफल होगी।
* यदि यात्रा की शुरुआत करते समय गौ माता सामने से आती हुई दिखाई दें या बछड़े को दूध पिलाती हुई दिख जाए तो यात्रा सफल एवं संपन्न होती है।
* यदि आपको भी हमेशा बुरे स्वप्न दिखाई देते हैं तो गौ माता का नाम ले, कुछ ही दिनों में बुरे स्वप्न दिखने बंद हो जाएंगे।
* गौ माता के दूध से बने घी का एक अन्य नाम 'आयु' भी है, इसीलिए उसे 'आयुर्वै घृतम्' कहा जाता है। अत: गौ माता के दूध एवं घी का उपयोग करने से व्यक्ति दीर्घायु होता है।
* हस्त रेखा में आयु (उम्र की) रेखा टूटी हुई हो तो गौ माता का पूजन करें तथा गाय का घी सेवन करने के साथ-साथ अन्य कामों में भी लें।
* जिस घर में गौ पालन किया जाता है, वहां का वास्तुदोष स्वत: ही समाप्त हो जाता है।
* यदि पितृ दोष के कारण आपका संघर्षमयी जीवन हो तो गौ माता को प्रतिदिन रोटी, गुड़, हरा चारा आदि खिलाएं। अगर प्रतिदिन ना खिला सके तो सिर्फ हर अमावस्या के दिन खिलाने से भी पितृ दोष समाप्त होता है।
* ज्योतिष में गोधूलि का समय शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम माना गया है। अत: विवाह के समय इस बात का ध्यान रखकर ही शुभ मांगलिक कार्य किए जाए तो जीवन में कभी भी दुखों से सामना नहीं होगा।