सोमवती (मौनी) अमावस्या पर करें ये 9 उपाय, बदल जाएगा आपका भाग्य

Webdunia
तंत्र शास्त्र में मौनी अमावस्या यानी माघ कृष्ण अमावस्या को विशेष तिथि माना गया है। इस संबंध में मान्यता है कि इस दिन किए गए उपाय विशेष ही शुभ फल प्रदान करते हैं, जैसे इस दिन भूखे प्राणियों को भोजन कराने का भी विशेष महत्व है।


आइए जानें मौनी अमावस्या के किन उपायों से मिलेंगे जीवन में सभी शुभ फल, पढ़ें 9 सरलतम उपाय... 
 
1. मौनी सोमवती अमावस्या के दिन चींटियों को शकर मिला हुआ आटा खिलाएं। ऐसा करने से आपके पाप-कर्मों का क्षय होगा और पुण्य-कर्म उदय होंगे। यही पुण्य-कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक होंगे।
 
2. माघ मास में तिल के दान का महत्व अधिक होने से चतुर्दशी और अमावस्या की तिथि विशेष मानी गई है। पितरों की प्रसन्नता, सद्‌गति तथा पदवृद्धि के लिए काले तिल से तर्पण करना विशेष लाभदायी रहता है। 
 
3. गाय को आटे में तिल मिलाकर रोटी बनाएं और वह गाय को खिलाने से घर-परिवार में सुख-शांति आएगी। 
 
4. शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं। बत्ती में रूई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें। साथ ही दीये में थोड़ी-सी केसर भी डाल दें। यह मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का उपाय है।
 
5. लक्ष्मी जी, शिव परिवार को चावल की खीर अर्पित करें धन-संपत्ती से भंडार भरेंगे।

 
6. इस दिन दूध में अपनी छाया देखकर काले कुत्ते को पिलाएं। इस उपाय से सभी तरह की मानसिक परेशानियां दूर होंगी।
 
7. मौनी अमावस्या पर कालसर्प दोष निवारण हेतु सुबह स्नान के बाद चांदी से निर्मित नाग-नागिन की पूजा करें। सफेद पुष्प के साथ इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। कालसर्प दोष से राहत पाने का ये अचूक उपाय है। 
 
8. सूखे कुएं में दूध बहाएं, सेहत ठीक रहेगी। रोग कोसों दूर रहेंगे।
 
9. इस दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद आटे की गोलियां बनाएं। गोलियां बनाते समय भगवान का नाम लेते रहें। इसके बाद समीप स्थित किसी तालाब या नदी में जाकर ये आटे की गोलियां मछलियों को खिला दें। इस उपाय से आपके जीवन की अनेक परेशानियों का अंत हो सकता है।

-आरके. 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

इस मंदिर में है रहस्यमयी शिवलिंग, दिन में तीन बार बदलता है रंग, वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए हैं रहस्य

महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीजें, रह जाएंगे भोलेनाथ की कृपा से वंचित

सूर्य की शत्रु ग्रह शनि से युति के चलते 4 राशियों को मिलेगा फायदा

असम में मौजूद है नॉर्थ ईस्ट का सबसे ऊंचा शिव मंदिर, महाशिवरात्रि पर उमड़ता है श्रद्धालुओं का सैलाब

Mahashivaratri 2025: महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, आरती और कथा सभी एक साथ

सभी देखें

नवीनतम

18 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

18 फरवरी 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि पर रात्रि के 4 प्रहर की पूजा का सही समय और पूजन विधि

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि और शिवरात्रि में क्या है अंतर?

जानकी जयंती 2025: माता सीता का जन्म कब और कैसे हुआ था?

अगला लेख
More