Pukhraj dharan karne ke labh : पुखराज को अंग्रेजी में टोपाज़ कहते हैं। यह रत्न बृहस्पति ग्रह का रत्न है। पुखराज छह रंगों में पाया जाता है- पीले, पीला-भूरा, फ्रलैक्स, भूरा, हरा, नीला हल्का नीला, लाल, गुलाबी आदि। खासकर यह हल्दी रंग में, केसरिया, नीबू के छिलके के रंग का, स्वर्ण के रंग का तथा सफेद-पीली झांई वाला पाया जाता है। सभी में पीला पुखराज महत्वपूर्ण होता है।
पुखराज धारण करने के लाभ ( Benefits of wearing Pukhraj) :
1. प्रसिद्धि : पुखराज धारण करने से प्रसिद्धि मिलती है। प्रसिद्धि से मान-सम्मान बढ़ता है।
2. करियर : शिक्षा और करियर में यह लाभदायक है।
3. भाग्यवृद्धि : भाग्यवृद्धि और सुख-सौभाग्य हेतु पहनना चाहिए।
4. नौकरी और व्यापार में उन्नति : इससे नौकरी और व्यापार में विकास एवं उन्नति होती है। शिक्षा, बुद्धि और व्यापार में यह लाभदायक है।
5. सुख-समृद्धि : इसे पहनने से सुख, समृद्धि, पुत्र कामना, विवाह एवं आध्यात्मिक समृद्धि की मनोकामना पूर्ण होती है। यह जातक में आध्यात्मिक शक्ति, शांति या विद्या को भी बढ़ाता है। यह दिमागी ताकत बढ़ाकर इच्छाशक्ति को तेज करता है। इससे आर्थिक संपन्नता बढ़ती है।
6. रोग में लाभ : गुरु ग्रह जीवनदाता है। यह वसा एवं ग्रंथियों से संबंध रखता है। अतः यह गला रोग, सीने का दर्द, श्वास रोग, वायु विकार, टीबी, हृदय रोग में धारण करने से लाभप्रद होता है। कमजोर पाचन में लाभ मिलता है। रोगों के लिए पुखराज धारण करने के पहले वैद्य से अवश्य सलाह लें।
6. गुरु का बल बढ़ता : यदि आपकी कुंडली में गुरु कमजोर है तो पुखराज धारण करने से वह बलवान होकर लाभ पहुंचाता है।
7. जहर को काटता है : यह जिस्म में गर्मी और ताकत को बढ़ाता है। यह खून की खराबी को दूर करता है और इसको पहनने से कोढ़ तक ठीक हो जाती है। यह जहर को भी काटने की क्षमता रखता है और यह भी कह जाता है कि इससे पहनने से बवासीर ठीक हो जाता है।
8. अच्छी नींद आती है : इससे नींद अच्छी आती है और शरीर की थकावट दूर होती है। यह बहते रक्त को रोकने वाला व भूख बढ़ाने वाला रत्न है। इसे धारण करने से दुख, चिंता, तनाव, डर आदि मन से दूर होते हैं।
9. विवाह के लिए : माना जाता है कि पुखराज रत्न धारण करने से प्रेम प्राप्त करने या विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। विवाह योग्य कन्या पुखराज धारण करें तो जल्दी विवाह हो जाता है।
10. क्रोध को करता है कंट्रोल : पुखराज धारण करने से लोगों का क्रोध कम होता है और दयालुता बढ़ती है। यह ज्ञान की शक्ति को भी बढ़ाता है। शिक्षा, मीडिया, साहित्य, सलाह आदि के कार्यों से जुड़े लोगों को पुखराज पहनना चाहिए।