Sarvartha Siddhi Yoga 2023 : सर्वार्थ सिद्धि योग को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। जब कोई विशेष मुहूर्त नहीं रहता है तब यदि यह योग है तो इस योग के साथ में शुभ, लाभ या अमृत का चौघड़िया देखकर कार्य करने से सभी प्रकार के कार्यो में सफलता मिलती है। आओ जानते हैं कि क्या होता है सर्वार्थ सिद्धि योग क्या है और यह कब कब रहता है?
क्या है सर्वार्थ सिद्धि योग | What is Sarvartha Siddhi Yoga ?
वार और नक्षत्र के संयोग को सर्वार्थ सिद्धि योग कहते हैं। यह योग विशेष वारों को पड़ने वाले विशेष नक्षत्रों के योग से निर्मित होता है। सोमवार के दिन यदि रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा और श्रवण नक्षत्र है तो इसका ज्यादा महत्व रहता है।
गुरुवार और शुक्रवार के दिन अगर यह योग बनता है तो तिथि कोई भी हो यह योग नष्ट नहीं होता है अन्यथा कुछ विशेष तिथियों में यह योग निर्मित होने पर यह योग नष्ट भी हो जाता है। सोमवार के दिन रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा, अथवा श्रवण नक्षत्र होने पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है जबकि द्वितीया और एकादशी तिथि होने पर यह शुभ योग अशुभ मुहूर्त में बदल जाता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग का महत्व | Importance of Sarvartha Siddhi Yoga:
मान्यता के अनुसार इस योग में किया गया कार्य सफल होता है। जैसे नया कारोबार प्रारंभ करना, किसी प्रकार की शिक्षा ग्रहण करना, नौकरी ज्वाइन करना, गृह कार्य प्रारंभ करना आदि। इस योग में किए गए सभी कार्य पूर्ण होकर शुभ फलदायी होते हैं। सर्वार्थसिद्धि योग ऐसा योग है, जिसमें यदि किसी कार्य का आरंभ किया जाए तो उससे विशेष लाभ मिलता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग में कौनसे कार्य करें | सर्वार्थ सिद्धि योग में कौनसे कार्य करें?
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इस योग में नया कार्य प्रारंभ करना शुभ फलदायी माना गया है।
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इस योग में भूमि, भवन और वाहन खरीदना शुभ होता है।
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इस योग में सगाई करना भी शुभ होता है।
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यह योग सोमवार, शुक्रवार को हो तो वस्त्र और आभूषण जैसी चीजें खरीदना शुभ होता है।
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यह योग मंगलवार को हो तो भूमि, भवन, दुकान, इलेक्ट्रॉनिक समान खरीदना शुभ होता है।
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यह योग बुधवार को हो तो सभी प्रकार के व्यापार कार्य प्रारंभ करना शुभ है।
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यह योग गुरुवार को हो तो वस्त्र, आभूषण, शस्त्र खरीदना शुभ है।
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यह योग शनिवार को हो भूमि, भवन, इलेक्ट्रॉनिक और मशीनरी के सामान खरीदना शुभ है।
सर्वार्थ सिद्धि योग कब होता है अशुभ | When does Sarvartha Siddhi Yoga become inauspicious?
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यह योग द्वितिया और एकादशी के दिन बन रहा है तो शुभ नहीं माना जाता है।
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मंगलवार और शनिवार के दिन इस योग में लोहा खरीदना अशुभ माना जाता है।
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सर्वार्थ सिद्धि योग में विवाह के लिए ठीक नहीं होता है।
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इस योग में यात्राएं करना और गृह प्रवेश करना भी शुभ नहीं माना जाता है।
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सर्वार्थ सिद्धि योग यदि गुरु-पुष्य योग से निर्मित हो और शनि रोहणी नक्षत्र योग से निर्मित हो तथा मंगल अश्विनी योग से निर्मित हो तो यह योग अशुभ माना जाता है।
वर्ष 2023 में कब कब है सर्वार्थ सिद्धि योग | When is Sarvartha Siddhi Yoga in the year 2023?
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वर्ष 2023 में कुल 162 सर्वार्थ सिद्धि योग रहेंगे।
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नए साल में सर्वार्थ सिद्धि योग सबसे ज्यादा जनवरी में 16 बार बना, अप्रैल में 6 बार बना।
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मई माह में 3 मई, 12 मई, 16 मई, 18 मई, 20 मई, 22 मई, 25 मई और 29 मई को सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।
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जून माह में 5 जून , 11 जून, 13 जून, 17 जून, 25 जून और 30 जून को रहेगा।