आज वर्ष 2023 की मई महीने की एकदंत संकष्टी चतुर्थी मनाई जा रही है। हिन्दू धर्मशस्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को एकदंत संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस दिन विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की विधि-विधान से पूजा-आराधना करके कुछ खास उपाय भी किए जाते हैं।
आइए जानते हैं खास 7 उपाय-
1. श्री गणेश जी को सिंदूर अत्यंत प्रिय है। अत: संकष्टी चतुर्थी के दिन श्री गणेश को पूजन के समय सिंदूर का तिलक करने के पश्चात स्वयं की सिंदूर का तिलक करें और फिर श्री गणेश का पूजन करें। मान्यतानुसार सिंदूर सुख-सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है, तथा यह श्री गणेश को प्रिय भी होने के कारण सुखमय जीवन बनेगा।
2. संकष्टी चतुर्थी पर शमी के पेड़ का पूजन करने से श्री गणेश प्रसन्न होते हैं। उन्हें शमी के पत्ते अर्पित करने से दुख, दरिद्रता दूर होती है।
3. अपार धन-संपत्ति चाहिए तो आज धनदाता गणेश स्तोत्र का पाठ करें। मंत्र- 'ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः' की 11 माला का जाप करें।
4. जीवन में कोई विशिष्ट उपलब्धि चाहते हैं तो पूजा में लाल वस्त्र तथा लाल चंदन का प्रयोग करें। अगर सिर्फ मन की शांति और संतान की प्रगति की चाहत हैं तो सफेद या पीले वस्त्र धारण करके पूजन करें।
5. जीवन की बड़ी से बड़ी परेशानियों से निजात पाना हो तो इस दिन श्री गणेश को 17 बार दूर्वा अर्पित करते समय 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करें, आपकी समस्या का हल होगा।
6. खुद का घर लेने के इच्छुक हो तो संकष्टी चतुर्थी के दिन श्री गणेश पंचरत्न स्तोत्र का पाठ करें, लाभ अवश्य होगा।
7. संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान श्री गणेश को गेंदे का फूल, मोदक और गुड़ का नैवेद्य अर्पित करें। इस उपाय से आपको हर कार्य में सिद्धि प्राप्त होगी।
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