वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए यहां लेकर आया हैं हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आने वाले व्रत-त्योहार, दिवस, ग्रह गोचर से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी 28 नवंबर से 4 दिसंबर के साप्ताहिक मुहूर्त की खास श्रृंखला में। यहां पढ़ें और जानिए आगामी व्रत के बारे में- Weekly Muhurat
(साप्ताहिक मुहूर्त : 28 नवंबर से 4 दिसंबर 2022 तक)
28 नवंबर 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/श्री पंचमी (श्रीराम जानकी विवाहोत्सव)
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-राम मंदिर में चांदी का मुकुट भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
29 नवंबर 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-श्रवण
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-पंचक प्रारंभ/द्विपुष्कर योग/स्कंद षष्ठी
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-बहते जल में 250 ग्राम बताशे प्रवाहित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
30 नवंबर 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-शतभिषा
योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/श्री नरसी मेहता जयंती
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-पीपल के वृक्ष के नीचे मिष्ठान व जल रखकर दीप प्रज्ज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
1 दिसंबर 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी/नवमी (क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-व्यापार मुहूर्त/रोगी स्नान
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसर चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
2 दिसंबर 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृतयोग/जातकर्म/वाहन क्रय/नामकरण/अन्नप्राशन/व्यापार मुहूर्त/गृहप्रवेश मुहूर्त/वधू प्रवेश/द्विरागमन
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-चींटियों को शकर मिश्रित आटा डालें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
3 दिसंबर 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-मोक्षदा एकादशी व्रत (स्मार्त)/भद्रा/मूल प्रारम्भ/पंचक समाप्त/मौनी एकादशी/गीता जयंती
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को इमरती भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
4 दिसंबर 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी
योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/मोक्षदा एकादशी व्रत (वैष्णव/निम्बार्क)
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में पीतांबर अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com