वृश्चिक राशि में शुक्र का आगमन, कैसा होगा आपके जीवन पर असर

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
* शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर, कैसा रहेगा 12 राशियों के लिए... 

शुक्र अपनी स्वराशि छोड़कर मंगल की राशि वृश्चिक राशि में 26 नवंबर को रात्रि 11 बजे प्रवेश कर रहा है। 
 
मेष : भोग-विलास की ओर रुझान रहेगा। धन का अपव्यय भी हो सकता है। स्त्री पक्ष को सावधान रहना होगा कि कहीं धोखा न हो जाए। दैनिक व्यवसाय में सावधानी बरतें। 
 
वृषभ : स्त्रियों के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। प्रभाव में वृद्धि होगी। शत्रु पक्ष से भी लाभ संभव है। वैवाहिक सुख में वृद्धि होगी। दैनिक व्यवसाय में अनुकूल स्थिति रहेगी।
 
मिथुन :संतान पर धन खर्च होगा। बाहरी संबंधों का लाभ मिलेगा। शत्रु पक्ष का ध्यान रखकर चलें। यात्रा के योग भी बन सकते हैं।
 
कर्क : आर्थिक लाभ मिलेगा, वहीं पारिवारिक मामलों में खर्च भी होगा। संतान पक्ष के मामलों में सावधानी रखना होगी। प्रेम संबंध में संभलकर चलें। 
 
सिंह : पराक्रम अधिक करना होगा, वहीं पारिवारिक मामलों में खर्च होगा। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरीपेशा भी लाभान्वित होंगे।
 
कन्या : पराक्रम द्वारा भाग्योन्नति के योग हैं। संचार माध्यम से शुभ समाचार मिलेगा। मित्रों, साझेदार आदि में सहयोग रहेगा। धन की बचत होगी।
 
तुला : परिश्रम द्वारा कार्य में प्रगति के आसार हैं। सेक्स की भावना प्रबल होगी। स्त्री वर्ग को विशेष सतर्क रहना होगा।
 
वृश्चिक : बाहरी संपर्कों से लाभ मिलेगा। किसी कार्य से यात्रा के योग हैं। स्त्री पक्ष से लाभ व सहयोग मिलेगा। दैनिक व्यवसाय में वृद्धि होगी।
 
धनु : लाभ मिलेगा, वहीं शत्रु पक्ष पर प्रभाव बना रहेगा। आर्थिक उन्नति के योग प्रबल हैं। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
 
मकर : व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि, नौकरीपेशा को लाभ, बेरोजगारों को खुशखबर मिलेगी। संतान पक्ष से सहयोग मिलेगा। 
 
कुंभ : सुख में वृद्धि, माता से लाभ, संपत्ति के मामले सुलझेंगे। भाग्य साथ देने से रुके कार्य में प्रगति आएगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। शुभ कार्य होंगे। 
 
मीन : परिश्रम अधिक करना होगा तभी सफल होंगे। भाइयों से सहयोग लेकर चलें, लाभ मिलेगा। सेक्स की भावना प्रबल होगी। भाग्य से कुछ लाभ मिलेगा।
 
उपाय- यदि किसी को इस समयावधि में अशुभ परिणाम मिलते हो तो वे 5 साल तक की कन्याओं को प्रति शुक्रवार खीर का सेवन कराएं व जो बन सके, उपहार दें। स्नान के जल में 1 चम्मच दही डालकर शुक्रवार को नहाएं। 1 स्टील की कटोरी में चावल भरकर देवी मंदिर में चढ़ा आएं। इस प्रकार अशुभ प्रभाव दूर होंगे। 

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