Vaishakha purnima 2022: वैशाख पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था इसीलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। वैशाख पूर्णिमा के दिन आप इन 10 में से करें ओई एक कार्य तो मिलेगा लाभ, चंद्रदेव होंगे प्रसन्न। बुद्ध भगवान विष्णु के नौवें अवतार माने जाते हैं, अत: इस दिन श्रीविष्णु की पूजा-अर्चना करने तथा दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
वैशाख पूर्णिमा के 10 कार्य (Vaishakha purnima ke Upay):
1. इस दिन शुभ मुहूर्त में नदी स्नान करने से कई जन्मों के पापों का नाश हो जाता है।
2. गरीबों को वस्त्र और भोजन दान में देने से गोदान के समान फल मिलता है।
3. इस दिन तिल एवं शहद का दान करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
4. पवित्र तीर्थस्थलों पर जाकर नदी स्नान करें तथा हथेली में जल लेकर उसमें काले तिल मिलाकर पितरों के निमित्त तर्पण करें।
5. चंद्र ग्रह को अर्घ्य अर्पित करें और यह मंत्र जपें- ॐ सों सोमाय नम: या ओम श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्राय नम: मंत्र का 3, 5 या 11 माला जप करें।
6. पूर्णिमा और सोमवार के शुभ संयोग पर सफेद कपड़े पहनें और बिना नमक के दही, दूध, चावल, चीनी और घी से बने खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
7. शिवजी को जल चढ़ाएं और उनकी पूजा करें।
8. मोती या मोती का उपरत्न चंद्रकांत मणि को पहन सकते हैं।
9. साबूदाने या चावल की बनी खीर को गरीबों में बांटें और मंदिर में दान करें। पुण्य प्राप्ति के लिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन सत्तू, मिष्ठान्न, जल पात्र, अन्न, भोजन और वस्त्र दान करें।
10. चंद्रमा का स्मरण करते हुए चांदी की प्लेट में सूखे छुहारे तथा कुछ मखाने रखकर शुद्ध घी के दीपक के साथ धूप एवं अगरबत्ती अर्पित करें। अब चंद्रमा को दूध से अर्घ्य प्रदान करें। अर्घ्य के बाद कोई सफेद प्रसाद तथा केसर मिश्रित साबूदाने की खीर अर्पित करें। चंद्रमा से आर्थिक संकट दूर कर समृद्धि प्रदान करने का निवेदन करें। बाद में प्रसाद और मखानों को बच्चों में बांट दें।