Sun Transit in Aquarius : कुंभ राशि में सूर्य का 'कुंभ राशि' पर होगा ज्यादा असर

Webdunia
सूर्य 12 फरवरी, 2021 को मकर से कुंभ राशि में गोचर करेंगे। सूर्य को हमेशा सीधी चाल चलने वाला ग्रह माना जाता है। सूर्य, सिंह राशि के स्वामी हैं। सूर्य को ऊर्जा का कारक माना जाता है। सूर्य किसी भी राशि में गोचर करने के बाद लगभग एक माह तक उसी राशि में रहते हैं। 
 
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को एक प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। जो भी ग्रह सूर्य के करीब आते हैं, उन्हें अस्त माना जाता है। यानी उनका अपना कोई प्रभाव नहीं रह जाता है। बुध के करीब आने पर बुधादित्य योग बनता है, जिसे बेहद शुभ माना जाता है। सूर्य की गिनती पाप ग्रहों में की जाती है, लेकिन क्रूर ग्रहों की दृष्टि पड़ने या उनके पास आने पर सूर्य नेगेटिव प्रभाव छोड़ते हैं। अन्यथा सूर्य जातक के जीवन पर शुभ प्रभाव डालते हैं।
 
सूर्य गोचर 2021 कुंभ राशि वालों पर क्या पड़ेगा प्रभाव- 
 
सूर्य 12 फरवरी को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के इस राशि परिवर्तन का असर कुंभ राशि वालों पर ज्यादा पड़ेगा। सूर्य के राशि परिवर्तन करने से कुंभ राशि के जातकों के व्यक्तित्व में कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कुंभ राशि के जातक इस समय अपनी सेहत का ध्यान रखें। इस गोचर काल के दौरान इस राशि के जातक क्रोधी हो सकते हैं। आप पैसे बचाएंगे और कभी-कभी आवश्यक चीजों पर भी खर्च नहीं कर पाएंगे। इस दौरान आप बहुत भावुक होंगे और हमेशा दूसरों की भलाई के बारे में सोचेंगे जिसकी वजह से लोग आपको पसंद करेंगे। कार्यक्षेत्र में आप एक टीम के अच्छे खिलाड़ी की तरह काम करेंगे, यदि आप आधिकारिक स्थिति में काम करते हैं, तो आप सफल होंगे। 
 
कभी-कभी आप खुद को अकेला महसूस कर सकते हैं और दुनिया से खुद को अलग कर सकते हैं, हालांकि ऐसा करना आपके लिए ठीक नहीं है इससे आपको ज्यादा नुकसान हो सकता है। आप संचार और नेटवर्किंग में तरक्की करेंगे और आपका मान-सम्मान होगा। इस गोचर काल के दौरान स्वाभिमान के कारण आप कई बार जिद्दी हो सकते हैं। आप स्वतंत्रता पर विश्वास करेंगे और इस दौरान कोई भी आपसे आपकी स्वतंत्रता छीन नहीं पाएगा।  मेष, मिथुन और कन्या राशियों के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा। 
 
उपाय: बाहर जाने से पहले पिता और परिवार के बड़ों का आशीर्वाद लें।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

वट सावित्री व्रत दो बार क्यों मनाया जाता है?

राशिनुसार विशेष उपाय: शनि जयंती पर पाएं भाग्य का साथ

प्रेमानंद महाराज ने गृहस्थ जीवन से पहले जीवनसाथी से कौन से सवाल पूछने की दी सलाह

वर्ष 2026 का भविष्यफल, जानिए क्या होने वाला है?

क्यों चर्चा में है पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिन्दुओं का पवित्र शक्तिपीठ हिंगलाज माता मंदिर, जानिए पौराणिक महत्त्व

सभी देखें

नवीनतम

25 मई 2025 : आपका जन्मदिन

25 मई 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त

आल्हा ऊदल ने क्यों लड़ा था पृथ्‍वीराज चौहान से युद्ध?

Weekly Horoscope 26 May To 01 June: इस सप्ताह किस राशि के चमकेंगे सितारे, जानें 12 राशियों का साप्ताहिक भविष्‍यफल

25 मई से नौतपा शुरू, हर परेशानी से बचाएंगे ये 5 खास उपाय, मिलेंगे ये लाभ

अगला लेख