paush month 2019 in Hindi: पौष मास की की खास बातें, क्या करें इस माह में कि चमक जाए किस्मत

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हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष पौष मास शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019 से शुरू हो चुका है। पौष का महीना पंचांग के अनुसार दसवां महीना कहलाता है। पौष मास की पूर्णिमा पर चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में रहता है। चंद्रमा के पुष्य नक्षत्र में रहने के कारण इस महीने को पौष का महीना कहते हैं। 
 
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस महीने में उत्तम स्वास्थ्य और मान-सम्मान की प्राप्ति के लिए भगवान सूर्यनारायण की पूजा का विधान है। इस महीने में भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और उपवास भी रखा जाता है।

 
आइए जानते हैं पौष के महीने में रुके हुए धन को प्राप्त करने के उपाय
 
इस महीने में सूर्य उदय होने से पहले उठकर स्नान स्नान कर लें और हो सके तो हल्के लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए।

 
सूर्य मंत्र- 'ॐ घृणि सूर्याय नम:' का 108 बार रुद्राक्ष की माला से जाप करें। 
 
सुबह 1 तांबे के लोटे में जल भरकर रखें और इस लोटे को हाथ में रखकर ॐ मंत्र का 27 बार ऊंचे स्वर में जाप करें और फिर इस जल को सारे घर में छिड़क दें।
 
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लगातार 27 दिन तक इस उपाय को करने से आपका रुका हुआ धन वापस आ जाएगा।
 
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सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद भगवान सूर्यदेव को तांबे के लोटे में जल और गुड़ मिलाकर अर्घ्य देना चाहिए और अर्घ्य देने वाले स्थान पर ही 3 बार परिक्रमा करनी चाहिए।

हो सके तो नारंगी और लाल रंग का प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए।
 
रविवार के दिन सुबह के समय तांबे के बर्तन, गुड़ और लाल वस्त्र का दान करना चाहिए, क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रविवार का दिन सूर्यनारायण भगवान का होता है।
 
 
प्रतिदिन अपने माता-पिता के चरण स्पर्श करने चाहिए, ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
 
भोजपत्र पर 3 बार गायत्री मंत्र लाल चंदन से लिखकर अपने पर्स में रखें।
 
लाल चंदन की माला से गायत्री मंत्र का सूर्य के समक्ष जाप करें।

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