Mars Transit in Pisces 2020 : 18 जून को मंगल करेंगे मीन राशि में प्रवेश, जनिए सभी राशियों पर कैसा पड़ेगा प्रभाव

पं. हेमन्त रिछारिया
Mars transit in Pisces
18 जून 2020 को मंगल गोचरवश अपनी राशि परिवर्तन कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। सामान्यत: मंगल 57 दिनों में अपनी राशि बदलते हैं। मंगल को ज्योतिष शास्त्र में सेनापति माना गया है। मंगल समस्त साहसिक कार्य जैसे सेना, अग्निशमन सेवाएं, पुलिस आदि के साथ-साथ प्रशासनिक दक्षता का भी प्रतिनिधित्व करता है। 
 
मंगल अग्नि तत्व ग्रह होने के साथ-साथ एक उत्तेजनात्मक ग्रह भी है। मंगल में मारणात्मक शक्ति का आधिक्य होता है। जिस जातक का मंगल प्रबल होता है वह सामान्यत: क्रोधी व उत्तेजनात्मक स्वभाव वाला होता है। मंगल का राशि परिवर्तन समस्त 12 राशियों वाले जातकों को न्यूनाधिक रूप में प्रभावित करेगा। 
 
आइए जानते है द्वादश राशियों पर मंगल का गोचर कैसा प्रभाव देगा-
 
 
1. मेष- मेष राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार व्यय अधिक होगा। प्रवास के योग बनेंगे। नेत्रों में परेशानी के कारण कष्ट होगा। बंधु-बांधवों से विवाद होगा। स्त्री से कलह होगी। जमीन-जायदाद से हानि होगी। व्यर्थ विवाद होगा। अचल संपत्ति से लाभ नहीं होगा। 
 
2. वृष- वृष राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार आय में वृद्धि होगी। कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी। बंधु-बांधवों से लाभ होगा। अचल संपत्ति से लाभ होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। सेना एवं पुलिस क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों की पदोन्नति होगी।
 
3. मिथुन- मिथुन राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। दुर्घटना की संभावना है। चोरी के कारण धन हानि होगी। आगजनी से नुकसान होने की संभावना है। अचल संपत्ति का नुकसान होगा। ह्रदय रोग व उच्च रक्तचाप के कारण स्वास्थ्य प्रतिकूल रहेगा। जीवनसाथी से विवाद होगा। 
 
4. कर्क- कर्क राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार साहस में कमी होगी। शल्य चिकित्सा के योग बनेंगे। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। बंधु-बांधवों से कष्ट होगा। शत्रुओं के कारण कष्ट होगा। मानसिक अवसाद रहेगा।

 
5. सिंह- सिंह राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार धन हानि होगी। प्रवास की संभावनाएं बनेंगी। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। शस्त्राघात व दुर्घटना की संभावना है। बंधु-बांधवों से विवाद होगा। 
 
6. कन्या- कन्या राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार स्त्री से कलह होगी। बंधु-बांधवों से कष्ट होगा। मानसिक व शारीरिक कष्ट होगा। अचल संपत्ति से नुकसान होगा। कर्ज होने की संभावना बनेगी, पूर्ववर्ती कर्ज में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य प्रतिकूल रहेगा। फ़ेफ़ड़ों में संक्रमण का खतरा होने की संभावना है।
 
 
7. तुला- तुला राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। धन वृद्धि होगी। अचल संपत्ति से लाभ होगा। कोर्ट कचहरी, वाद-विवाद में विजय होगी। शत्रु पराजित होंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। नवीन संपत्ति की प्राप्ति होने के योग हैं।
 
8. वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार संतान को कष्ट होगा। धन हानि के योग हैं। शत्रुओं के कारण कष्ट होगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण कष्ट होगा। मानसिक कष्ट व चिंता रहेगी।

 
9. धनु- धनु राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में हानि होगी। माता को कष्ट होगा। वाहन दुर्घटना की संभावना है। पारिवारिक सुख में कमी के कारण मानसिक अशांति होगी। ह्रदय संबंधी रोग के कारण कष्ट होगा। अपमान व जनविरोध होगा। 
 
10. मकर- मकर राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। शत्रु पराभव होगा। राज्याधिकारियों से लाभ होगा। अचल संपत्ति से नुकसान होगा। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। मानसिक अवसाद व चिंता होगी। मांगलिक कार्यों में अवरोध आएगा।
 
 
11. कुंभ- कुंभ राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार साहस में कमी आएगी। धन नाश होगा। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। राज्य की ओर से दंड प्राप्त होगा। चोरों से नुकसान की संभावना है। स्वास्थ्य खराब रहेगा। अविवाहितों के विवाह में विलंब होगा।
 
12. मीन- मीन राशि वाले जातकों को मंगल के गोचर अनुसार कार्य असफ़ल होंगे। दुर्घटना के कारण कष्ट होगा। अग्नि व रक्त विकार के कारण कष्ट होगा। शत्रुओं से कष्ट की प्राप्ति होगी। अचल संपत्ति से हानि होगी। कर्ज में वृद्धि होगी। जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब रहेगा। मानसिक चिंता रहेगी।
 
मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने हेतु उपयोगी उपाय-
 
1. मंगलवार के दिन 250 ग्राम बताशे बहते जल में प्रवाहित करें।
 
2. मंगलवार को किसी से कोई भेंट स्वीकार ना करें।
 
3. प्रत्येक मंगलवार हनुमान जी को सिंदूर अर्पण कर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
 
4. लाल वस्त्रों का प्रयोग ना करें।
 
5. मंगल यंत्र की नित्य पूजा करें।
 
6. मंगलवार के दिन मंगल का दान करें।
 
(दान सामग्री- लाल वस्त्र, गुड़, मूंगा, मसूर की दाल, तांबा, रक्त चंदन, लाल पुष्प आदि)
 
(निवेदन- उपर्युक्त विश्लेषण ग्रह-गोचर की गणना पर आधारित है। जन्मपत्रिका में ग्रह स्थिति एवं दशाओं के कारण इसमें परिवर्तन संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
 
ALSO READ: बुध यदि है छठवें भाव में तो रखें ये 5 सावधानियां, करें ये 5 कार्य और जानिए भविष्य
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

तुलसी विवाह देव उठनी एकादशी के दिन या कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन करते हैं?

Akshay Amla Navami 2024: अक्षय नवमी कब है? जानें पौराणिक महत्व

Tulsi vivah 2024: देवउठनी एकादशी पर तुलसी के साथ शालिग्राम का विवाह क्यों करते हैं?

Dev uthani ekadashi 2024: देव उठनी एकादशी की 3 पौराणिक कथाएं

Tulsi vivah 2024: तुलसी विवाह पूजा की विधि स्टेप बाय स्टेप में, 25 काम की बातें भी जानिए

सभी देखें

नवीनतम

11 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

11 नवंबर 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Saptahik Muhurat 2024: नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त, जानें साप्ताहिक पंचांग 11 से 17 नवंबर

Aaj Ka Rashifal: किन राशियों के लिए उत्साहवर्धक रहेगा आज का दिन, पढ़ें 10 नवंबर का राशिफल

10 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

अगला लेख
More