नवीन संवत्सर 2080 में राजा बुध, गृहमंत्री शुक्र, वित्त मंत्री सूर्य और रक्षा मंत्री बृहस्पति हैं। नववर्ष की शुरुआत शुक्ल और ब्रह्म योग में हुई है। ग्रहों के अनुसार सूर्य और बुध की युति मीन राशि में रहेगी जिसके चलते बुधादित्य योग बन रहा है। इसी राशि में गुरु और चंद्र की युति से गजकेसरी योग भी बन रहा है। ग्रह नक्षत्रों के आधार पर हिन्दू नववर्ष 6 राशियों के लिए शुभ माना जा रहा है।
हिंदू नव वर्ष 2023 की कुंडली वृश्चिक लग्न में हिन्दू नववर्ष की शुरुआत हुई है। वृश्चिक लग्न के स्वामी मंगल हैं जो कुंडली के अष्टम भाव में मिथुन राशि में स्थित हैं। ऐसे में शनिदेव तृतीयेश और चतुर्थेश होकर चतुर्थ भाव में स्थित हैं, जबकि पंचम भाव में मीन राशि में चार ग्रहों की युति बनी है जिससे चतुर्ग्रही योग बना है।
सूर्य, चंद्र, बुध और गुरु चारों ही मीन राशि में विराजमान हैं। बृहस्पति द्वितीयेश होने के साथ-साथ पंचमेश भी हैं। बुध अष्टमेश और एकादशेश हैं। इस कुंडली के दशमेश सूर्य और चंद्रमा भाग्येश हैं। इसी के चलते इस कुंडली में 2 प्रकार के राजयोग बने हैं। प्रथम गुरु और बुध के साथ होने से मीन राशि में नीच भंग राजयोग और दूसरा चंद्र और सूर्य दोनों के संयोग से भाग्याधिपति कर्माधिपति राजयोग बना है।
उपरोक्त ग्रह नक्षत्रों और राजयोग के चलते नए संवत में मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, तुला और धनु राशि के जातकों को सबसे ज्यादा लाभ होगा।
मेष राशि : सभी तरह के अटके कार्य पूर्ण होंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। अब तक जिन समस्याओं से लड़ना पड़ रहा था उनका समाधान होगा। आने वाले समय में आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
मिथुन राशि : शनि की दृष्टि से आप सुरक्षित रहेंगे। पूरा साल कुल मिलाकर अच्छा रहेगा। आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सपल होंगे। व्यापारियों को अधिक लाभ होगा। नौकरीपेशा की पदोन्नति के योग बनेंगे।
सिंह राशि : नया वर्ष आपके लिए खुशियां लेकर आया है। पारिवारिक यात्रा के योग बनेंगे। साझेदारी के व्यापार में मुनाफा होगा। नौकरी में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। धर्म कर्म के कार्यों में रुचि रहेगी।
तुला राशि : आपके लिए भी नया वर्ष अच्छा रहेगा। सेहत में सुधार होगा। दांपत्य जीवन में भी सुधार होगा। कोर्ट-कचहरी या विवादित मामले सुलझ जाएंगे। व्यापार में लाभ होगा। नौकरी में वेतनवृद्धि के योग हैं। कमाई के मामले में भी साल अच्छा रहेगा।
धनु राशि : आपके लिए भी नया वर्ष खुशियां लेकर आया है। गुरु के गोचर के कारण भाग्य का साथ मिलेगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेगा। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। घर में सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होगी।