22 मार्च 2023 बुधवार के दिन से वर्ष प्रतिपदा अर्थात आगामी नववर्ष 2028 प्रारंभ हो रहा है। इस शुभ अवसर पर घरों के द्वारा पर गुड़ी की पूजा कर उसे द्वार पर लगाते हैं और घर के ऊपर भगवा ध्वज फहराते हैं। यह ध्वज कई कारणों से लगाया जाता है। घर की छत पर लगाने वाले ध्वज रणभूमि में रथ पर लगाने वाले ध्वज दोनों में कुछ फर्क होता है।
1. ध्वज का रंग- घर की छत पर तीन रंग में से किसी एक रंग का ध्वज लगते। गेरू और भगवा रंग एक ही है, लेकिन केसरिया में मामूली-सा अंतर है। इसके अलावा तीसरा रंग है पीला।
2. किस दिशा में लगाते हैं ध्वज- घर के ऊपर वायव्य कोण में ध्वज लगाते हैं। यदि आपके घर की दिशा भिन्न है तो किसी वास्तु शास्त्री से पूछकर लगाएं।
3. कैसा होना चाहिए ध्वज- स्वास्तिक या ॐ लगा हुआ केसरिया ध्वज होना चाहिए। दो प्रकार का ध्वज होता है एक त्रिभुजाकार और दूसरा दो त्रिभुजाकार ध्वज। दोनों में से कोई एक प्रकार का ध्वज लगा सकते हैं।
4. क्या होगा- इससे यश, कीर्ति और विजय मिलती है। ध्वजा लगाने से घर में रहने वाले सदस्यों के रोग, शोक व दोष का नाश होता है और घर की सुख व समृद्धि बढ़ती है।