'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचाग' श्रृंखला में प्रस्तुत है आश्विन शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग।
संवत्सर- विरोधकृत
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह-आश्विन
पक्ष-शुक्ल पक्ष (10 अक्टूबर से 24 अक्टूबर)
ऋतु: शरद-हेमंत
रवि: दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- उदित स्वरूप (दिनांक 17 अक्टूबर को सायं 6:13 मिनट पर पश्चिम दिशा में अस्त होगा)
सर्वार्थ सिद्धि योग- 12 अक्टूबर, 14 अक्टूबर, 23 अक्टूबर
अमृत सिद्धि योग- अनुपस्थित
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- अनुपस्थित
रविपुष्य योग- अनुपस्थित
गुरु पुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 20 अक्टूबर (पापांकुशा एकादशी व्रत)
प्रदोष- 22 अक्टूबर (सोम प्रदोष व्रत)
भद्रा- 12 अक्टूबर (उदय-अस्त), 16 अक्टूबर (उदय-अस्त), 20 अक्टूबर (उदय-अस्त), 23 अक्टूबर (उदय)- 24 अक्टूबर (अस्त)
पंचक- 19 अक्टूबर को प्रारंभ-24 अक्टूबर को समाप्त
मूल- 13 अक्टूबर से प्रारंभ-15 अक्टूबर को समाप्त, 23 अक्टूबर से प्रारंभ-24 अक्टूबर को समाप्त
पूर्णिमा- 24 अक्टूबर (शरद पूर्णिमा)
ग्रहाचार: सूर्य-कन्या राशि में (18 अक्टूबर से तुला राशि में), चन्द्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-मकर, बुध-कन्या राशि में, गुरु-तुला (दिनांक 11 अक्टूबर से वृश्चिक राशि में), शुक्र-तुला राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार: 17 अक्टूबर- श्री दुर्गाष्टमी, 18 अक्टूबर- श्री दुर्गा नवमीं, 19 अक्टूबर- विजयादशमी (दशहरा), 21 अक्टूबर-कार्तिक स्नान प्रारंभ, 24 अक्टूबर-शरद पूर्णिमा।
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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