हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण और भाद्रपद के बाद सातवां माह आता है आश्विन माह। हिन्दू पंचांग के अनुसार भादो माह की पूर्णिमा के बाद अर्थात 21 सितंबर 2021 से यह माह प्रारंभ हो चुका है। इस माह से श्राद्ध पक्ष की शुरुआत होती है। आश्विन मास का समापन 20 अक्टूबर 2021 को होगा। आओ जानते हैं कि इस माह में क्या करें और क्या न करें।
क्या करें :
1. आश्विन माह में पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करना चाहिए।
2. इसी माह की शुक्ल प्रतिपदा से नवरात्रि का पर्व प्रारंभ होता है। ऐसे में व्रतों का पालन करना चाहिए।
3. यह माह पितृ, देव और देवियों की पूजा का माह माना गया है। अत: व्रत और पूजा का महत्व है।
4. दुर्गा सप्तशती का का पाठ करें।
5. दान पुण्य का कार्य करें।
6. इस माह में नित्य गुड़ खाना चाहिए।
क्या न करें :
1. इस माह में दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
2. इस माह में करेला भी नहीं खाते हैं।
3. इस माह में धूप और ठंड से बचना चाहिए। इसलिए शरीर को ढककर रखें।
4. तला हुआ, मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए।
5. चरखा, मांसाहार, बैंगन, प्याज, लहसुन, बासी भोजन, सफेद तील, मूली, लौकी, काला नमक, सत्तू, जीरा, मसूर की दाल, सरसो का साग, चना आदि वर्जित माना गया है।