मूलांक 3 के जातक 3, 12, 21 व 30 को जन्म लेने वाले होते हैं। वे शक्ति, साहस, दृढ़ता के प्रतीक हैं। संघर्ष एवं ठोस कार्य करने में महारत होती है। जितनी सफलता इन्हें मिलती है, दूसरों को नहीं।
इस मूलांक का प्रतिनिधि ग्रह बृहस्पति है। साहस, श्रम, शक्ति, विद्या, ज्ञान, धर्म एवं बड़प्पन का सूचक कहलाता है। ये रूढ़िवादी नहीं होते। जब-जब बृहस्पति सूर्य के नजदीक आता है, तब-तब इन्हें कमजोरी एवं असफलताओं का एहसास होता है। वर्ष के प्रारंभ एवं अंत में प्रबलता एवं श्रेष्ठता पाई जाती है।
इसी समय नया कार्य प्रारंभ करना चाहिए। सोमवार एवं गुरुवार तथा 3, 12 व 21 तारीखें शुभ होती हैं। प्रतिकूल रविवार एवं मंगलवार तथा 6, 16 व 25 तारीखें अशुभ होती हैं। शुभ रंग पीला, नीला व गुलाबी अनुकूल होते हैं। पुखराज रत्न अत्यंत शुभ होता है। इसके देवता भगवान विष्णु हैं।
स्वास्थ्य- चर्मरोग, हाथ-पैर में सुन्न होना तथा चित्त की विफलता, रक्त संबंधी रोग की प्रधानता होगी।
यह वर्ष उन्नतिकारक, योजनाएं पूर्ण करने वाला व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। संपर्क बढ़ेंगे। विश्वासघात से बचें। लेखनादि कार्य सफल रहेंगे। तबादला व प्रमोशन मनोनुकूल रहेंगे। खानपान का ध्यान रखें। खर्च पर नियंत्रण रखें। कुसंगति हानि देगी।
कल्याणकारी उपाय- पूर्णिमा का व्रत करें। गुरुवार का व्रत तथा विष्णु सहस्रनाम का पाठ कष्ट कम करेगा।