वर्तमान में वैक्सीन लगवान, मास्क पहनना, दो गज दूरी रखना, बार-बार हाथ धोना और अपना इम्यून सिस्टम मजबूत बनाए रखना ही कोविड-19 कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचने का सही उपाय माना जा रहा है। लोग इम्युनिटी को मजबूत करने के बहुत सारे उपाय अपना रहे हैं। हमारी सलाह है कि आप भी डॉक्टर की सलाह पर ही निम्नलिखित उपाय आजमा सकते हैं।
1. फल और आहार : इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए लोग शाकाहारी और सात्विक आहार के साथ ही दूध, दही, घी, मक्खन, शहद, शहतूत, हरी पत्तेदार सब्जियां, नारियल, मिश्री, खीर, पंचामृत, सूखे मेवे, स्प्राउट्स, मौसंबी, संतरा, नारियल पानी, नींबू रस, काढ़ा, काले, सेवफल आदि का सेवन कर रहे हैं। कुछ लोग प्याज और लहसुन को खाने की अनुशंसा भी कर रहे हैं। कई लोग इनके विकल्प के रूप में लिमसी, मल्टीविटामिन की गोलियां भी खा रहे हैं जो कि कितना उचित है यह हम नहीं बता सकते हैं।
2. योग : बहुत से लोगों ने अब योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है। योग में प्राणायाम और सूर्य नमस्कार को फिलहाल बहुत ही कारगर माना जा रहा है।
3. काढ़ा : कई लोग उचित मात्रा में समय समय पर आयुष मंत्रालय द्वारा बताए गए अनुसार त्रिकूट काढ़े का भी सेवन कर रहे हैं। इसके अलावा लोग तुलसी का रस, गिलोय धनवटी, कड़वा चिरायता, अदरक, कालीमिर्च, लोंग और शहद का सेवन भी कर रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि तुलसी के साथ अदरक, कालीमिर्च, अदरक और शहद को उचित मात्रा में मिलाकर पीने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इसके लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
4. मालिश : कई लोग बदन की घर्षण, दंडन, थपकी, कंपन और संधि प्रसारण के तरीके से मालिश कर रहे हैं। इससे मांस-पेशियां पुष्ट होती हैं। रक्त संचार सुचारू रूप से चलता है। इससे तनाव, अवसाद भी दूर होता है। शरीर कांतिमय बनता है। शरीर में यदि रक्त संचार सुचारू होगा तो किसी भी प्रकार का रोग या बीमारी नहीं होगी।
5. ध्यान : आजकल ध्यान का प्रचलन भी बढ़ने लगा है। रोग को शारीरिक बीमारी कहते हैं और शोक को सभी तरह के मानसिक दुख। दोनों की ही उत्पत्ति मन, मस्तिष्क और शरीर के किसी हिस्से में होती है। ध्यान उसी हिस्से को स्वस्थ कर देता है। ध्यान मन और मस्तिष्क को भरपूर ऊर्जा और सकारात्मकता से भर देता है। शरीर भी स्थित होकर रोग से लड़ने की क्षमता प्राप्त करने लगता है। चिंता और चिंतन से उपजे रोगों का खात्मा होगा।
6. शुद्ध वायु और जल का सेवन : प्रात:काल उठकर मॉर्निक वॉक पर जाएं। कई लोग प्रतिदिन 1 घंटा प्रात: पैदल भ्रमण करते हैं। पैदल चलना सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। सौ दवाई एक घुमाई। डॉक्टर कहते हैं कि जो लोग नियमित पैदल चलकर अपना स्टेमिना बढ़ा रहे हैं उन पर महामारी का असर ज्यादा या घातक नहीं होता है। आप अपने घर में या छत पर भी कम से कम आधा घंटा पैदल चल सकते हैं। बतादें की अच्छी नींद लेने और निश्चिंत जीवन जीने से भी इम्युनिटी पावर बढ़ती है। अनिद्रा, भय, डर या तनाव से इम्युनिटी घटने लगती है।
7. हल्दी का दूध या ज्यूस : बहुत से लोग दूध में हल्दी डालकर रात को पी रहे हैं तो कुछ लोग गुनगुने पानी में नींबू सर और हल्दी मिलाकर उसका सेवन कर रहे हैं। हल्दी अपने एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुणों के लिए जानी जाती है, और दूध, कैल्शियम का स्त्रोत होने के साथ ही शरीर और दिमाग के लिए अमृत के समान हैं।
इसके अलावा लोग समय-समय पर नमक के गरारे कर रहे और भाप ले रहे हैं। साथ ही उपवास और व्यायाम भी कर रहे हैं। बहुत जरूर होता है तभी समझदार लोग घर से बाहर निकलते हैं।