इंदौर। गर्मी के इस मौसम में जब बच्चों के विद्यालय की छुट्टी भी हो तो योग सीखने से बेहतर क्या हो सकता है। शुभसिटी पालदा इंदौर के रहवासी संघ द्वारा आयोजित योग प्रशिक्षण शिविर में योग साधक और प्रशिक्षक श्रीमती ज्योति भदौरिया ने यह बात कही।
15 दिवसीय इस योग शिविर में 4 से 14 वर्ष के बच्चे सुबह 6 बजे से सम्मिलित होते हैं जो योगासन के साथ साथ प्राणायाम और ध्यान का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर रहे हैं। बच्चों को सूर्य नमस्कार का प्रतिदिन श्लोक उच्चारण के साथ प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
प्रशिक्षक ज्योति भदौरिया ने बताया कि बच्चों की यह नाजुक आयु मिट्टी की भांति होती है जिन्हें उचित प्रशिक्षण और नैतिक शिक्षा के माध्यम से उत्तम नागरिक के रूप में विकसित किया जा सकता है। बच्चों में जीतने और हारने के समभाव के विकास हेतु भी कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण शिविर में श्रीमदभागवद गीता के श्लोकों के पाठ के साथ पंचतंत्र की कहानियां भी सुनाई जा रही हैं। बच्चों के रेफ़्लेक्सेस और बेहतर हैंड-ऑय संयोजन के विकास के लिए देशी खेल जैसे खो-खो, सितोलिया, रुमाल -जपट्टा, घोड़ा बादाम छाई, सांकल-डंडा, रस्सी-कूद, विष-अमृत भी बच्चों को सिखाए जा रहे हैं। इस शिविर के आयोजन से बच्चों और रहवासियों में अच्छा उत्साह है।
शिविर में 4 वर्ष के शिवांश के साथ आर्यमन, महक, परम, लक्ष्य, क्षिति, नव्या, मान, सनातन, सनमित, त्रिशा, वत्स और अन्य बालक बालिका सम्मिलित हो रहे हैं।
15 दिवसीय योग शिविर के शेड्यूल :
1. चलो गांव चलें।
2. नानी दादी की सीख।
3. आज भोर सुहानी देखें।
4. अनुशासन जीवन में अपनाएं।
5. बच्चों को चरित्रवान बनाएं।
6. संतुलित आहार।
7. सामान्य ज्ञान।
8. पर्यावरण रक्षा।
9. यातायात नियम पालन।
10. आओ योग करें।
11. आत्म सुरक्षा।
12. अपना काम खुद करें।
13. नियमित दिनचर्या।
14. श्रीमद भागवत् गीता के श्लोक याद करना।
15. बड़ों की अच्छी बातें जीवन में अपनाएं।