2022 में व्यापार-व्यवसाय के क्षेत्र में भी कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले। इसी साल भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना। हालांकि यह स्थिति लंबे समय तक कायम नहीं रह पाई। एक बार फिर ब्रिटेन 5वें नंबर पर पहुंच गया। डॉलर के मुकाबले रुपया सबसे निचले स्तर पर पहुंचा। इस दौरान 1 डॉलर की कीमत 83.75 रुपए के स्तर पर पहुंच गई। भारत में डिजिटल रुपए की शुरुआत हुई।
सेंसेक्स ने पहली बार 63 हजार का आंकड़ा पार किया। इस साल सबसे बड़ी डील देखने को मिली, जब सरकारी एयर इंडिया टाटा का हो गया। दुनिया के अमीरों की सूची में भारत के उद्योगपति गौतम अडाणी तीसरे स्थान पर पहुंचे। उन्होंने दुनिया में सबसे तेजी से संपत्ति बढ़ाई। राहुल बजाज और साइरस मिस्त्री का जाना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी क्षति रही। आइए जानते हैं अर्थजगत से 10 बड़ी बातों के बारे, जिनके लिए 2022 को याद रखा जाएगा।
1. भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था : सितंबर 2022 में भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना। ब्रिटेन एक स्थान फिसलकर छठे स्थान पर आ गया। हालांकि यह स्थिति लंबे समय तक कायम नहीं रह पाई। एक बार फिर ब्रिटेन 5वें नंबर पर पहुंच गया।
2. डॉलर के मुकाबले रुपया सबसे निचले स्तर पर : 2022 में भी डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी बनी रही। इस वर्ष रुपया सबसे निचले स्तर पर पहुंचा। इस दौरान 1 डॉलर की कीमत 83 रुपए के स्तर के पार पहुंच गई। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, निवेशकों के जोखिम न लेने की प्रवृत्ति से भी रुपया प्रभावित हुआ।
3. भारत में डिजिटल रुपए की शुरुआत : 2022 ने रिजर्व बैंक ने भारत को डिजिटल रुपए के रूप में ऐसी सौगात दी जिसका फायदा आने वाले कई वर्षों तक देश को मिलेगा। डिजिटल करेंसी की पायलट टेस्टिंग चल रही है। इसमें डिजिटल रुपी क्रिएशन, डिस्ट्रीब्यूशन और रिटेल यूज की पूरी प्रोसेस को बारीकी से परखा जा रहा है। संभवत: 2023 में आम लोग भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।
4. निवेश : FDI ने भारत में 2022 में 83.57 अरब डॉलर का निवेश किया। यह अब तक का सर्वाधिक सालाना निवेश रहा। पिछले वर्ष के मुकाबले 2022 में 1.60 अरब डॉलर से ज्यादा निवेश आया। घरेलू निवेशकों ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में बड़ी भूमिका निभाई। भारतीय शेयर बाजारों में निवेशकों की पूंजी 16.38 लाख करोड़ से बढ़ गई।
5. 63 हजारी सेंसेक्स : 2021 की तरह ही 2022 भी भारतीय शेयर बाजार के लिए यादगार रहा। विदेशी निवेशकों के साथ ही घरेलू निवेशकों के भरोसे भारतीय शेयर बाजार ने नई ऊंचाई को छुंआ। 2022 में सेंसेक्स ने पहली बार 63 हजार का आंकड़ा पार किया। निफ्टी में भी तेजी का दौर दिखाई दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्ष निफ्टी भी 20 हजारी हो जाएगा।
6. टाटा का हुआ एयर इंडिया : 2022 की शुरुआत में 69 साल बाद एयर इंडिया की घर वापसी हो गई। टाटा समूह ने एयर इंडिया का अधिग्रहण कर लिया। 'महाराजा' का स्वामित्व फिर टाटा के पास चला गया। इस डील से एविएशन इंडस्ट्री को बड़ा फायदा हुआ।
7. गौतम अडाणी तीसरे स्थान पर : उद्योगपति गौतम अडाणी की कंपनियों पर भारतीय शेयर बाजार ने पूरा भरोसा दिखाया। निवेशकों के इसी विश्वास की बदौलत वह दुनिया के 3 सबसे अमीर लोगों पहुंच गए। अडाणी की संपत्ति में 4.1 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ। अडाणी दुनिया के एकमात्र ऐसे उद्योगपति रहे जिनकी संपत्ति सबसे तेजी से बढ़ी।
8. सोशल नेटवर्किंग साइट्स को बड़ा झटका : 2022 में सोशल नेटवर्किंग साइट्स के लिए बेहद खराब रहा। सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर में निवेश करना एलन मस्क के लिए घाटे का सौदा साबित हुआ। मस्क की संपत्ति 10.17 लाख करोड़ रु. घटकर 12.24 लाख करोड़ पर आ गई। ट्विटर को खरीदने के बाद एलन मस्क द्वारा किए जा रहे बदलाव यूजर्स को रास नहीं आए तो फेसबुक की होल्डिंग कंपनी मेटा को भी इस वर्ष भारी नुकसान उठाना पड़ा। ये दोनों ही दिग्गज कंपनियां 1 ट्रिलियन डॉलर क्लब से बाहर हो गई।
9. सबसे बड़ा बैंकिंग मर्जर : 2022 में HDFC बैंक और HDFC हाउसिंग फाइनेंस के मर्जर को मंजूरी मिली। यह बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा मर्जर होगा। मार्केट कैप के हिसाब से HDFC भारत का सबसे बड़ा बैंक है। इसके 2.5 करोड़ ग्राहक है।
10. राहुल बजाज और सायरस मिस्त्री का निधन : आर्थिक जगत को उस समय बड़ा झटका लगा, जब राहुल बजाज और सायरस मिस्त्री जैसे दिग्गजों ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 12 फरवरी को राहुल बजाज का 83 वर्ष की आयु में पुणे में निधन हो गया तो 4 सितंबर को साइरस मिस्त्री की एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई।
Edited by : Nrapendra Gupta