भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप 2015 के अपने अंतिम ग्रुप मैच में जिम्बाब्वे को छह विकेट से हरा दिया। यह जीत भारत को बह़े स्कोर का पीछा करते समय ऐसे हालात में मिली, जबकि उसने पारी के 23वें ओवर में अपने चार विकेट केवल 92 रनों के स्कोर पर खो दिए थे।
भारत का शीर्ष बल्लेबाजी क्रम हालांकि विफल रहा, लेकिन भारतीय कप्तान महेंद सिंह धोनी और सुरेश रैना ने पांचवें विकेट के लिए अविजित 196 रन जोड़कर भारत की जीत सुनिश्चित की।
पांचवें विकेट के लिए वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से यह नया रिकॉर्ड है। हालांकि वनडे क्रिकेट इतिहास में भारत की तरफ से पांचवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड मोहम्मद अजहारुद्दीन और अजय जड़ेजा के नाम पर है। अजहर और जड़ेजा ने 17 अगस्त 1997 को कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ पांचवें विकेट के लिए 223 रन जोड़े थे।
पांचवें विकेट के लिए वनडे क्रिकेट के इतिहास की सबसे बड़ी साझदेारी इसी वर्ल्ड कप में बनी है। दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर और जेपी ड्यूमिनी ने जिम्बाब्वे के खिलाफ हेमिल्टन में 15 फरवरी 2015 को पांचवें विकेट के लिए अविजित 256 रन जोड़कर वर्ल्ड कप और वनडे इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया था।