धोनी को सेना में मानद् कमीशन मिलेगा
नई दिल्ली , बुधवार, 6 अप्रैल 2011 (01:10 IST)
विश्वकप विजेता भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्रसिंह धोनी को भारतीय सेना में अधिकारी का मानद् रैंक दिया जाएगा। धोनी और सुरेश रैना को आज सेना प्रमुख वीके सिंह ने अपने आवास पर शाम को चाय पर बुलाया, जहाँ उन्हें यह पेशकश की गई जो उन्होंने स्वीकार कर ली।सेना के अधिकारियों ने बताया कि धोनी को सेना में अधिकारी के मानद् रैंक की पेशकश की गई। उन्होंने बताया कि यह उन्हें कौन सा रैंक दिया जाएगा, इस पर फैसला बाद में होगा। सेना प्रमुख के साथ बातचीत के दौरान धोनी ने कहा कि वह हमेशा से सेना में भर्ती होना चाहते थे और उनके कई दोस्त सेना में हैं।जनरल सिंह ने धोनी की कप्तानी और प्रदर्शन की तारीफ की। पूर्व क्रिकेटर कपिल देव के बाद सेना में मानद् कमीशन पाने वाले धोनी दूसरे क्रिकेटर हैं। कपिल देव को लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी। धोनी ने निशंक का आमंत्रण स्वीकारा : देहरादून से समाचार है कि भारतीय क्रिकेट कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी ने उत्तराखंड आने और उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने का मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निशंक ने कप्तान धोनी से कल करीब 15 मिनट तक टेलीफोन पर बात की और उन्हें उत्तराखंड आने का न्यौता दिया, जिसे धोनी ने स्वीकार कर लिया।सूत्रों के अनुसार धोनी और उनकी टीम के सदस्यों का सम्मान शीघ्र ही उत्तराखंड में आयोजित किया जायेगा । सम्मान की तारीख धोनी और उनके टीम के सदस्यों की सुविधानुसार तय की जाएगी।मुख्यमंत्री निशंक ने पहले ही धोनी और सचिन तेंडुकर को मसूरी में जमीन देने की घोषणा कर रखी है और धोनी को 'उत्तराखंड रत्न' से भी नवाजा जाएगा।सचिन के लिए विश्वकप 1992 देखा था धोनी ने : भारतीय कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी सचिन तेंडुलकर के इतने मुरीद थे कि ऑस्ट्रेलिया में 1992 विश्वकप उन्हीं की बल्लेबाजी के लिए देखा था।धोनी के एक करीबी दोस्त ने राँची में बताया कि धोनी उस समय 11 साल का था। वह तेंडुलकर का इतना प्रशंसक था कि 1992 विश्व कप में उनकी बल्लेबाजी देखने के लिए तड़के उठ जाता था। उसने कहा कि तेंडुलकर के आउट होने पर वह सो जाता था। इसके 19 बरस बाद धोनी ने उस टीम की कप्तानी की जिसमें तेंडुलकर शामिल थे और यही नहीं तेंडुलकर ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ कप्तान भी कहा। (भाषा)