कोलकाता। भाजपा ने सोमवार को दावा किया कि पिछले महीने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हमले में घायल हुई भगवा पार्टी के एक कार्यकर्ता की 82 वर्षीय मां की चोटों के चलते मौत हो गई। यह कथित घटना जिले के निमता इलाके में हुई थी।
भाजपा समर्थकों ने निमता पुलिस थाने पर धरना दिया और एमबी रोड पर टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि उनके कार्यकर्ता किसी हमले में शामिल नहीं रहे हैं और महिला की मौत उम्र संबंधी बीमारियों के कारण हुई है।
महिला की मौत पर शोक प्रकट करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया कि बंगाल की बेटी शोभा मजुमदार जी के निधन पर दुखी हूं, जिन्हें तृणमूल कांग्रेस के गुंडो ने बुरी तरह पीटा था।
शाह ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि परिवार का दर्द एवं जख्म ममता दीदी को लंबे समय तक परेशान करेगा। बंगाल संघर्ष मुक्त कल के लिए लड़ाई लड़ेगा, बंगाल हमारी मां एवं बहनों के लिये सुरक्षित राज्य के लिये संघर्ष करेगा।
केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी ने कहा कि शोभा मजुमदार 27 फरवरी को तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हमले में घायल हो गई थीं और और इस वजह से उनकी मौत हो गई, वहीं दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस घटना का राजनीति से कोई संबंध नहीं है और भारतीय जनता पार्टी इस मौत का अनावश्यक रूप से फायदा उठाना चाहती है।
ममता का शाह से सवाल, 'हाथरस मामले पर चुप क्यों रहे : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में 'भाजपा कार्यकर्ता की मां' की मौत को लेकर उत्पन्न आक्रोश के बीच सोमवार को कहा कि वह महिलाओं के खिलाफ हिंसा का समर्थन नहीं करतीं और उन्हें मौत की असली वजह नहीं पता।
बनर्जी ने पूछा कि जब भाजपा शासित उत्तरप्रदेश में महिला को 'उत्पीड़न कर जान से मार दिया गया', तब केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह क्यों चुप थे।
भाजपा का दावा है कि पिछले महीने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के निमता इलाके में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने भगवा पार्टी कार्यकर्ता की 82 वर्षीय बुजुर्ग मां पर हमला किया था और चोट के चलते उनकी मौत हो गई।
बनर्जी ने नंदीग्राम में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं नहीं जानती की बहन की मौत कैसे हुई। हम महिलाओं के खिलाफ हिंसा का समर्थन नहीं करते। मैंने अपनी बहनों और माताओं के खिलाफ हिंसा का समर्थन नहीं किया है। '
उन्होंने कहा, 'लेकिन भाजपा अब इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। अमित शाह ट्वीट कर रहे हैं कि बंगाल का क्या हाल है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में जब महिला पर हमला किया गया और बर्बरता दिखाई गई तब वह क्यों चुप रहे?' बनर्जी ने कहा कि फिलहाल राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है, लिहाजा कानून-व्यवस्था चुनाव आयोग के हाथ में हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिन में तृणमूल कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है। (भाषा)