सोशल मीडिया पर इन दिनों एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि यूजीसी के नए दिशानिर्देशों के अनुसार अब फर्स्ट और सेकंड ईयर के छात्रों को भी परीक्षा देनी होगी। इस दावे के साथ एक न्यूज चैनल की तस्वीर भी शेयर की जा रही है।
क्या है सच-
भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस दावे को फर्जी बताया है। यूजीसी ने ऐसी कोई गाइडलान नहीं जारी की है। फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल से लिखा है- “एक न्यूज चैनल की #Morphed तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि यूजीसी के नए दिशानिर्देशों के अनुसार अब प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को भी परीक्षा देनी होगी। #PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। यूजीसी द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।”
बता दें, कोरोना संक्रमण के चलते यूजीसी ने फर्स्ट और सेकंड ईयर के छात्रों की परीक्षा रद्द कर दी है, जबकि फाइनल ईयर के छात्रों को परीक्षा देना अनिवार्य किया गया है।