सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि देश में नकली अंडों का कारोबार तेजी से फैल रहा है। नकली अंडे कैसे बनते हैं, इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है, जिसे अब तक लाखों लोग देख चुके हैं। वेबदुनिया ने पड़ताल की और पता लगाया कि क्या वाकई नकली अंडे होते हैं।
वायरल वीडियो देखें-
क्या है सच-नकली अंडे बनाने का वायरल दावा झूठा है। यह वीडियो कई सालों से वायरल होता आया है। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने प्लास्टिक या नकली अंडों को लेकर आम जनता के बीच फैल रहे भ्रम को लेकर 2018 में
एडवाइजरी जारी की थी। FSSAI ने साफ किया है कि प्लास्टिक से अंडों के निर्मित होने की खबरें बिल्कुल बेबुनियाद हैं। FSSAI ने कहा है कि नकली अंडे बनाना संभव ही नहीं है और यह केवल एक भ्रम है। अभी तक ऐसी किसी तकनीक का ईजाद नहीं हो सका है, जो असली अंडों से मिलते जुलते प्लास्टिक या नकली अंडे बना सके।
FSSAI के मुताबिक नकली अंडों के उत्पादन का खर्च असली अंडों की कीमत से कई गुना ज्यादा होता है। इसलिए इसे मुनाफा कमाने के उद्देश्य से नहीं बनाया जा सकता।
हमने वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पता चला कि जिस वीडियो के जरिये नकली अंडे बनाने का दावा किया गया, वो असल में खिलौने बनाने का वीडियो है जो अंडे के आकार का होता है।