कोरोना वायरस के फैलने के बाद विश्वभर में मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मांग अचानक बढ़ गई है। कोरोना से लड़ने में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के असरदार होने को लेकर अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे कई बार गेम चेंजर बता चुके हैं। हाल ही में भारत ने कोरोना से बुरी तरह प्रभावित अमेरिका व अन्य देशों समेत कुछ पड़ोसी देशों को यह दवा निर्यात करने का फैसला किया है। इस बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में कुछ लोग पाकिस्तानी झंडे के साथ एक बैनर लिए खड़े हैं जिसमें लिखा है- WE DON’T WANT KASHMIR, GIVE US HYDROXYCHLOROQUINE। दावा है कि कोरोना संकट के बीच पाकिस्तानियों ने अब यह मांग की है कि हमें कश्मीर नहीं चाहिए, बस हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दे दो।
क्या है सच-
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ‘इंडिया टुडे’ की की 8 अगस्त 2016 की एक खबर मिली। इस खबर में वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती तस्वीर मिली। लेकिन लोगों के हाथ में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन वाला बैनर नहीं, बल्कि WE WANT AZAADI लिखा हुआ बैनर है। यह स्पष्ट है कि ऑरिजिनल तस्वीर में आज़ादी की मांग वाला बैनर है।
ऑरिजिनल तस्वीर देखें-
दरअसल, 2016 में सुरक्षाबलों ने कश्मीर में हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी को मार गिराया था। कश्मीर में इसके विरोध में जबरदस्त प्रदर्शन हुए। कश्मीर में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान की यह तस्वीर है, जिसमें पाकिस्तान के झंडे के साथ कुछ कश्मीरी युवा बैनर में ‘हमें आजादी चाहिए’ लिखकर सुरक्षाबलों के हाथों बुरहान वानी के मारे जाने का विरोध कर रहे थे।
बता दें, पिछले साल क्रिकेट वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के हाथों पाकिस्तानी टीम को मिली हार के बाद भी यह तस्वीर वायरल हुई थी। उस वक्त फोटोशॉप की मदद से बैनर में लिखा गया था- WE DON’T WANT KASHMIR, GIVE US VIRAT KOHLI।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि पाकिस्तानियों द्वारा कश्मीर की जगह हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन मांगने का दावा करती वायरल तस्वीर पूरी तरह से फर्जी है।