देश में कोरोना वायरस के संकट के बीच सोशल मीडिया पर पेंशन की कटौती को लेकर एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है। दावा है कि सरकार कोरोना संकट से निपटने के लिए पेंशन धारकों की पेंशन में 20 फीसदी की कटौती करने वाली है।
क्या है वायरल-
फेसबुक, ट्विटर और व्हाटस्एप पर पिछले कुछ दिनों से एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि कोरोना महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार 20 फीसदी तक पेंशन घटाने की तैयारी कर रही है। साथ ही, केंद्र 80 साल से ज्यादा के पेंशन धारकों की पेंशन खत्म करने की सोच रही है।
क्या है सच-
भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने पेंशन में कटौती वाले दावे को पूरी तरह से खारिज किया है। PIB फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 9 अप्रैल को लिखा गया- 'मीडिया रिपोर्ट्स और अफवाह फैलाई जा रही है कि कोविड-19 महामारी के चलते कर्मचारियों की 30 फीसदी पेंशन और 80 वर्ष से ऊपर कर्मचारियों की पूरी पेंशन खत्म करने की तैयारी में है, जो कि फर्जी है। इस तरह का कोई कदम सरकार ने नहीं उठाया है और ये सब अफवाह है।
रविवार को जब एक ट्विटर यूजर ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल किया कि क्या सच में पेंशन में कटौती होने जा रही है? तो वित्त मंत्रालय की ओर से ट्वीट किया गया- 'रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि केंद्र कर्मचारियों के पेंशन में 20 फीसदी कटौती की योजना है। यह खबर झूठ है। पेंशन भुगतान में कोई कटौती नहीं की जाएगी। यह साफ किया जाता है कि सरकार के कैश मैनेजमेंट निर्देशों के तहत सैलरी और पेंशन पर कोई प्रभाव नहीं होगा।'
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि कोरोना संकट के कारण सरकार द्वारा कर्मचारियों की पेंशन में कटौती वाला दावा फेक है।