सोशल मीडिया पर पिछले दो दिन से एक खबर खूब वायरल हो रही थी कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अयोध्या में सरयू नदी के किनारे सामूहिक नमाज का आयोजन करवा रहा है। कहा जा रहा था कि आरएसएस और इसकी मुस्लिम विंग मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने यह कार्यक्रम राममंदिर मुद्दे के समाधान के लिए दुआएं मांगने के लिए आयोजित किया था। कई मीडिया संस्थानों ने भी यह खबर प्रमुखता से छापी थी। ऐसी खबरें थीं कि लगभग 1500 मुस्लिम समुदाय के लोग सरयू नदी में वजू करने के बाद कुरान की आयतें पढ़ते, जिसके बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए दुआएं की जानी थी।
जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई, तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को आगे आकर सफाई देनी पड़ी। संघ ने ट्विटर पर अयोध्या में सामूहिक नमाज के आयोजन की खबरों को गलत और आधारहीन बताया।
दरअसल, 12 जुलाई को अयोध्या में एक नमाज कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित किया गया। यह संगठन आरएसएस से जुड़े इंद्रेश कुमार का है। इस कार्यक्रम में प्रस्तावित था कि मुस्लिम समुदाय के लोग सरयू नदी में वजू करेंगे और वहीं तट पर नमाज पढ़ेंगे।
हालांकि, इस कार्यक्रम को साधुओं और हिंदूवादी नेताओं के विरोध के बाद प्रशासन ने सरयू तट पर रद्द कर दिया और अंतिम समय में इसके आयोजन स्थल को बदला गया। यह कार्यक्रम बाद में अयोध्या में एक मजार के पास आयोजित किया गया।