ज्ञान बांटने से बढ़ता है.. इस विचार को सोशल मीडिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स भी बहुत गंभीरता से मानते हैं। तभी तो जो भी पाठ उन्हें फेसबुक, ट्विटर या व्हाट्सअप की कक्षा में पढ़ाया जाता है, उसे वह बिना दिमाग लगाए तुरंत ही बांटना शुरू कर देते हैं। इन दिनों फेसबुक पर एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक शख्स को कथित तौर पर मक्का के मजार पर दूध चढ़ाते हुए बताया जा रहा है।
दरअसल, रितेश मुखिया नाम के एक फेसबुक यूजर ने कुछ दिन पहले एक वीडियो पोस्ट किया था और एक मैसेज लिखा था- ‘मक्का में मजार पर दूध चढाता ईरान का मुस्लिम युवक, कहा- मैं पहले हिन्दू था’। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से फैल रहा है। इस वीडियो को अब तक लगभग 60,000 लोग देख चुके हैं और 2200 से अधिक बार इसे शेयर किया जा चुका है।
क्या है इस वायरल वीडियो में..
वायरल वीडियो में एक शख्स काबा पर बोतल से कोई तरल पदार्थ फेंकता है, जिसके बाद काबा के काले चादर पर सफेद रंग सा पदार्थ गिरा दिखता है। फिर वहां मौजूद भीड़ उसे पकड़ लेती है। लेकिन इसके बाद क्या हुआ, यह वीडियो में नहीं दिखाया गया है।
आइए जानते हैं क्या है सच..
वीडियो को जब हमने गौर से देखा, तो पता चलता है कि जिस तरल पदार्थ को दूध बताया जाता है, वह असल में सफेद रंग का नहीं है। इस शक्स के हाथ में जो बोतल है, उसमें मौजूद तरल पदार्थ कुछ पेट्रोल जैसा नजर आ रहा है।
जब हमने ‘काबा, पेट्रोल’ कीवर्ड्स डालकर गूगल में सर्च किया, तो हमें ‘लाइफ इन सऊदी अरेबिया’ नाम की एक लाइफस्टाइल वेबसाइट की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें लिखा गया है कि काबा पर एक श्ख्स ने पेट्रोल फेंका, जिसके बाद उसे तत्काल पकड़ लिया गया है। वेबसाइट ने कथित वीडियो भी पोस्ट किया है।
पाकिस्तान के अखबार ‘डेली टाइम्स’ ने 27 जून को अपने ट्विटर हैंडल से इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया था कि काबा पर पेट्रोल फेंकने वाले एक शख्स को पकड़ा गया है।