सोशल मीडिया पर न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि राजीव गांधी के राजघाट दौरे के दौरान जब झाडियों में कुछ हलचल हुई तो एसपीजी ने तुरंत गोली चला दी, जिसमें एक भिखारी की मौत हो गई।
देखें पोस्ट-
वीडियो को शेयर करते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे। एक बार राजघाट प्रार्थना के लिए गये। उसी समय झाड़ियो में कुछ हलचल हुई। SPG ने तुरंत पोजीशन लिया और उस तरफ़ गोलियों की बौछार करके एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। बाद में पता चला कि वह मानसिक रोगी और भिखारी था जो अक्सर राजघाट के आस पास घुमता था।”
इस वीडियो को इसी तरह के दावे के साथ
ट्विटर और
फेसबुक पर जमकर शेयर किया जा रहा है।
सच्चाई क्या है?वेबदुनिया ने पड़ताल शुरू करते हुए AP, rajghat, rajiv gandhi, firing कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च किया। हमें AP Archive के आधिकारिक यूटयूब चैनल पर यह
वीडियो मिल गया।
वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, गांधी जयंती के मौके पर पहुंचे राजीव गांधी पर एक सिख ने जानलेवा हमला किया था।
इसके बाद हमने इंटरनेट पर इस घटना से जुड़े कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया तो हमें
टीवी9 के वेबसाइट पर 2 अक्तूबर 2021 को पब्लिश किया गया एक आटिकल मिला, जिसका शीर्षक था-
35 साल पहले राजघाट पर आज ही के दिन राष्ट्रपति, गृहमंत्री के सामने प्रधानमंत्री के ऊपर चली थीं गोलियां।
आटिकल के मुताबिक, 2 अक्टूबर 1986 को गांधी जयंती के मौके पर राजघाट पर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के ऊपर दो बार गोलियां दागी गई थी। हालांकि, उस हमले में गांधी को कोई चोट नहीं आई।
सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक और राजघाट परिसर में प्रधानमंत्री राजीव गांधी के ऊपर हुए उस हमले के जांच अधिकारी शांतनु सेन ने टीवी9 को बताया कि हमलावर करमजीत सिंह पंजाब का रहने वाला था। इंदिरा गांधी के मर्डर के बाद देश में मचे बवाल में उसके एक दोस्त की दिल्ली में भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। इसी से खफा करमजीत सिंह 2 अक्टूबर 1986 को राजघाट परिसर में प्रधानमंत्री राजीव गांधी को कत्ल करके अपने दोस्त की हत्या का बदला लेने पहुंचा था. वह हत्या को अंजाम देने के लिए पहले से ही वहां जाकर एक पेड़ पर छिप गया था।
वेबदुनिया की पड़ताल में सामने आया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फेक है। दरअसल, 1986 में राजघाट में वाकई में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर एक शख्स ने जानलेवा हमला किया था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।