5 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत आयोजित की गई थी। अब भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें टिकैत 'अल्ला-हू-अकबर' का नारा लगाते नजर आ रहे हैं। वीडियो शेयर करते हुए यूज़र्स राकेश टिकैत की आलोचना कर रहे हैं और उनपर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगा रहे हैं।
क्या हो रहा वायरल?
ट्विटर यूजर आदित्य त्रिवेदी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "मुजफ्फरनगर महापंचायत में पहुंचे टिकैत, लगायें अल्लाह हू अकबर के नारे! ये किसान आंदोलन है? ये मोदी- योगी का विरोध है या किसी विशेष चीज़ को समर्थन?"
भाजपा कार्यकर्ता प्रीति गांधी ने वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, “'अल्ला-हू-अकबर' का कृषि कानूनों से क्या लेना-देना है”?
वहीं, ट्विटर यूज़र शेफाली वैद्य ने टिकैत की तुलना तालिबान से करते हुए लिखा, “क्यूट. टिकैत और तालिबान एक ही भाषा बोलते हैं।”
क्या है सच्चाई?
राकेश टिकैत के फेसबुक पेज से किसान महापंचायत से उनके भाषण को लाइव किया गया था। वीडियो में 11 मिनट 24वें सेकंड पर राकेश टिकैत को कहते हुए सुना जा सकता है कि "इस तरह की सरकारें यदि देश में होंगी तो ये दंगे करवाने का काम करेंगी। पहले भी नारे लगते थे जब टिकैत साहब थे। अल्लाहू अकबर...."
राकेश टिकैत के इस नारे के जवाब में नीचे से आवाज आती है, "हर हर महादेव।" ऐसे ही राकेश टिकैत ने कई बार "अल्लाहू अकबर" कहा और भीड़ ने "हर हर महादेव" कहा।
उसके बाद टिकैत बोले, "ये नारे लगते थे। हर हर महादेव और अल्लाहू अकबर के नारे इसी धरती पर लगते थे। ये नारे हमेशा लगते रहेंगे। दंगा यहां पर नहीं होगा। ये तोड़ने का काम करेंगे, हम जोड़ने का काम करेंगे।"
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि असल वीडियो के एक छोटे से हिस्से को शेयर कर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। दरअसल, राकेश टिकैत कह रहे थे कि उनके पिता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के समय में भी हर-हर महादेव और अल्लाहू-अकबर के नारे लगाए जाते थे और ये अब भी लगाए जाएंगे।