Puja ghar vastu : घर का पूजाघर या मंदिर बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसमें क्या रखना चाहिए और क्या नहीं यह मंदिर नियम के अंतर्गत आता है। यदि आपने वर्जित वस्तुएं रखी हैं तो घर में लड़ाई झगड़ा होकर अशांति फैल जाएगी, मानसिक तनाव होगा या आर्थिक उन्नति रुक जाएगी। इसलिए जान लें कि पूजा घर में क्या नहीं रखना चाहिए।
1. खंडित मूर्ति या चित्र : यदि पूजाघर में खंडित मूर्ति या तस्वीर रखी है तो उसे तुरंट हटा दें। यह शुभ नहीं मानी जाती है। इसके साथ ही एक से अधिक मूर्तियां भी नहीं रखना चाहिए। अपने ईष्टदेव की ही एक मूर्ति काफी है। ज्यादा मूर्ति रखने से बनते हुए काम बिगड़ जाते हैं। इसके अलावा अंगूठे के आकार से बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो जाता है। पूजा घर में पंचदेव की मूर्ति रख सकते हैं। गणेश, शिव, विष्णु, दुर्गा और सूर्य।
2. रौद्र रूप की तस्वीर : किसी भी देवी या देवता की रौद्र रूप की तस्वीर घर में नहीं लगाना चाहिए या मंदिर में नहीं रखना चाहिए। इसे अनिष्टकारी माना जाता है। जैसे माता काली का रौद्र रूप, हनुमानजी का रौद्र रूप या नटराज की मूर्ति हो तो हटा दें। सभी के सौम्य रूप की मूर्ति या तस्वीर रख सकते हैं।
3. एक से ज्यादा शंख : कहते हैं कि एक से अधिक शंख भी नहीं रखना चाहिए। ज्यादा शंख अशुभ माने जाते हैं। खंहित शंख भी नहीं होना चाहिए। एक को हटाकर किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें।
4. कटी-फटी धार्मिक पुस्तकें : इसके अलावा कटी-फटी धार्मिक पुस्तकें भी नहीं रखनी चाहिए।
5. निर्माल्य : निर्माल्य में बासी फूल, हार या अनुपयोगी पूजा सामग्री आती है। इन्हें भी तुरंत हटा देना चाहिए क्योंकि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
6. पितरों की तस्वीरें : यदि आपने देवी देवता या भगवानों के साथ अपने पूर्वजों या पितरों की तस्वीरें रख रखी हैं तो इसे देवी देवता नाराज हो सकते हैं और उनके नाराज होने से घर में अशांति होगी।
7. माचिस : घर के मंदिर में माचिस भी नहीं रखना चाहिए। माचिस रखने से घर में लड़ाई झगडे का माहौल बनता है। गृह कलह से घर की शांति भंग होती है।
8. धारदार वस्तुएं : वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मंदिर में किसी भी तरह की धारदार वस्तुएं जैसे चाकू, कैंची भी न रखें।