यदि तोते की तस्वीर यहां लगाई तो बच्चों का पढ़ाई में मन लगेगा, लेकिन तोता पाल लिया तो बर्बादी

अनिरुद्ध जोशी
तोता की तस्वीर या चित्र लगाने से क्या होता है? और, मिट्ठू या मिठू पालने से क्या होता है? आओ जानते हैं इस संबंध में वास्तुशास्त्र क्या कहता है।
 
 
* वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा में तोते की तस्वीर को लगाने से पढ़ाई में बच्चों की रुचि बढ़ती है, साथ ही उनकी स्मरण क्षमता में भी इजाफा होता है। 
 
 
* तोता प्रेम, वफादारी, लंबी आयु और सौभाग्य का प्रतीक होता है। अगर आप घर में बीमारी, निराशा, दरिद्रता और सुखों का अभाव महसूस कर रहे हैं तो तोते का चित्र या मूर्ति घर में स्थापित करें।
 
 
*पति और पत्नी में प्रेम संबंध स्थापित करने के लिए भी फेंगशुई के अनुसार तोते के जोड़े को स्थापित किया जाता है।
 
ALSO READ: इन 25 चमत्कारिक वस्तुओं का रहस्य जानिए
*फेंगशुई के अनुसार तोता 5 तत्वों का संतुलन स्थापित करने में मददगार साबित होता है। तोते के रंग-बिरंगे पंख वास्तव में पृथ्वी, अग्नि, जल, लकड़ी और धातु के प्रतीक हैं। अगर घर में इनमें से किसी भी तत्व की कमी है, तो वह इससे दूर हो जाती है।
 
 
* तोता सौभाग्य की वृद्धि करता है। अगर आप घर में बीमारी, निराशा, दरिद्रता और सुखों का अभाव महसूस कर रहे हैं तो तोता घर में स्थापित करें।
 
 
सावधानी : बहुत से लोग पिंजरे में तोता पाल लेते हैं, लेकिन तोता पालना बहुत ही गलत है। लाल किताब के अनुसार कुंडली का विश्लेषण करके बहुत से लोगों को तोता नहीं पालने की हिदायत दी जाती है और बहुत से लोगों को बुधवार के दिन पिंजरे में कंठी वाला तोता पालने का कहा जाता है लेकिन उसके लिए नियम बनाए गए हैं।
 
 
यदि किसी ने गलती से तोता पाल लिया है तो उसे तुरंत की लाल किताब के विशेषज्ञ से मिलना चाहिए। हो सकता है कि यह तोता ही आपके दुर्भाग्य और बर्बादी का कारण हो। पले हुए तोते यदि खुश नहीं हैं तो वह रोज आपको बद्दुआ देगा। आपको यह समझना चाहिए कि पक्षियों को बंधक बनाकर रखना पाप है। इसके कई दुष्परिणाम भुगतने होते हैं।
 
 
दरअसल, तोतों में यह क्षमता है कि वो जो भी सुनते हैं उसे आसानी से याद कर लेते हैं और उसे वे मन ही मन या बोलकर दोहराते रहते हैं। ऐसे में अगर आपके घर में गाली-गलौच या झगड़े चलते हैं तो वह भी इसी प्रकार का व्यवहार करेगा। इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का स्‍थायी निर्माण हो जाएगा। इस तरह तोता पालना कई मामलों में शुभ भी है और अशुभ भी।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

इस मंदिर में है रहस्यमयी शिवलिंग, दिन में तीन बार बदलता है रंग, वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए हैं रहस्य

महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीजें, रह जाएंगे भोलेनाथ की कृपा से वंचित

सूर्य की शत्रु ग्रह शनि से युति के चलते 4 राशियों को मिलेगा फायदा

असम में मौजूद है नॉर्थ ईस्ट का सबसे ऊंचा शिव मंदिर, महाशिवरात्रि पर उमड़ता है श्रद्धालुओं का सैलाब

Mahashivaratri 2025: महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, आरती और कथा सभी एक साथ

सभी देखें

नवीनतम

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि और शिवरात्रि में क्या है अंतर?

जानकी जयंती 2025: माता सीता का जन्म कब और कैसे हुआ था?

Mahashivratri 2025: कैसे करें महाशिवरात्रि का व्रत?

Aaj Ka Rashifal: इन 5 राशियों को मिलेगा आज कारोबार में अपार धनलाभ, पढ़ें 17 फरवरी का दैनिक भविष्यफल

17 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

अगला लेख
More