देहरादून। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के 'धोबी का... न घर का न घाट का' वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को कहा कि यदि उत्तराखंड के हितों पर चोट पहुंची तो वे भौंकने के साथ काटने से भी नहीं चूकेंगे।
शाह के शब्दों को 'उत्तराखंडियों के प्रति भाजपा की निकृष्ट सोच' बताते हुए रावत ने कहा कि कुत्ता तो भैरव का अंश माना जाता है। यदि मैं उनकी नजर में कुत्ता हूं, तो मैं उत्तराखंड का ही हूं न। बोलूंगा तो उत्तराखंड के लिए ही न। भौकूंगा तो उत्तराखंड के लिए ही। मगर याद रखिए कि यदि उत्तराखंड के हितों पर चोट पहुंची, तो मैं भौंकने के साथ थोडा काटूंगा भी।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिन शनिवार को शाह ने कई रैलियां कीं, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रावत को लेकर उनकी पार्टी में भ्रम की स्थिति है।
शाह ने कहा था कि बेचारे हरीश रावत को नेता बनाएंगे या नहीं बनाएंगे। टिकट देंगे या नहीं देंगे। यहां से देंगे, वहां से देंगे। एक धोबी का... आगे नहीं बोलना चाहता, घर का न घाट का।
केंद्रीय गृहमंत्री का यह वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री उत्तराखंड आ रहे हैं और 'कांग्रेस के एक छोटे से कार्यकर्ता पर लट्ठ पर लट्ठ बरसा रहे हैं।'
रावत ने कहा कि शनिवार को एक सभा में शाह ने उन्हें कुत्ता तो नहीं बोला लेकिन उनकी तुलना, उससे ही कर डाली। उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों पर सोमवार को मतदान होगा । मतगणना 10 मार्च को होगी। (भाषा)