श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तराखंड में जनता के भावनात्मक तार छेड.ते हुए कहा कि राज्य निर्माण का घोर विरोध करने वाली सत्ताधारी कांग्रेस आज एक बार फिर आंदोलनकारियों का दमन करने वाली समाजवादी पार्टी की गोद में जाकर बैठ गई है।
प्रदेश में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए आखिरी चरण में पहुंच चुके प्रचार के दौरान पौडी जिले के श्रीनगर में विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर उसी समाजवादी पार्टी से जाकर मिल गई है जिसकी सरकार ने पृथक राज्य के आंदोलन के दौरान लोगों पर अत्याचार किए, गोलियां चलाई और माताओं के साथ बलात्कार किया।
उन्होंने कहा कि इस कांग्रेस ने उत्तराखंड में जनता के बलिदानों और उनके घावों पर नमक छिड़कने और एसिड डालने का पाप किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत को सीधे निशाने पर लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो सीएम हैं उन्होंने उत्तराखंड के विरोध में क्या नहीं किया। यह मुख्यमंत्री पिछले दरवाजे से घुस कर सत्ता में आ गए हैं वरना जनता इन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनने देती।
उत्तराखंड में भी पर्दे के पीछे कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के मिले होने का आरोप लगाते हुए मोदी ने जनता से प्रदेश के विकास के लिए भाजपा की सरकार लाने को कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा, यह चुनाव केवल सीएम को सजा देने के लिए नहीं है बल्कि यह चुनाव उत्तराखंड का भाग्य बदलने के लिए है। यह कोई कठिन काम नहीं है क्योंकि उत्तराखंड सामर्थ्य की भूमि है।
इस संबंध में मोदी ने उत्तराखंड के साथ बने दो अन्य राज्यों छत्तीसगढ. और झारखंड का जिक्र करते हुए कहा कि नक्सलवाद से ग्रस्त होने और पिछडे होने के बावजूद ये राज्य भाजपा के कारण विकास की दौड़ में कहीं आगे निकल गए हैं जबकि उत्तराखंड पिछड़ गया है। पर्यटन, तीर्थाटन, जड़ी-बूटी विकास, जलविद्युत, रेल, आल वेदर चारधाम रोड नेटवर्क, योग और पर्यावरण को उत्तराखंड की ताकत बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन अपार संभावनाओं वाले क्षेत्रों को गति देने से प्रदेश में रोजगार सृजन होगा और पलायन रूकेगा तथा अगले पांच साल में वह सबसे तेज गति से विकसित होने वाले राज्यों में शामिल हो जायेगा। उन्होंने जनता से सवाल पूछते हुए कहा, यदि इन सभी क्षेत्रों की ताकत को जोड़ दें तो बताइये कि इनसे पलायन रूकेगा या नहीं।
इस संबंध में मोदी ने कहा कि उत्तराखंड के विकास की जिम्मेदारी केवल यहां बैठी सरकार की नहीं बल्कि केंद्र मे होने के नाते उनकी भी है।
प्रधानमंत्री ने नेपाल और भारत द्वारा संयुक्त रूप से बन रही पंचेश्वर बहुउद्देशीय जलविद्युत परियोजना के लिए 34000 करोड. रू देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे न केवल उत्तराखंड को बिजली मिलेगी बल्कि देश के ज्यादातर हिस्सों का अंधेरा दूर होगा।
वन रैंक, वन पेंशन के मुददे पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के पास इस बात का कोई हिसाब ही नहीं था कि देश में कितने फौजी हैं और उन्हें कितना पैसा पेंशन के रूप में दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास इसका कोई हिसाब नहीं था। कितनी बेइमानी है। जो फौजी अपनी जवानी देश की रक्षा में दे देता है, उसका सरकार के पास कोई हिसाब ही नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के 500 करोड़ रुपए के हिसाब के मुकाबले जब उनकी सरकार ने इसका यथार्थवादी आंकलन किया तो यह रकम 12000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की निकली। उन्होंने कहा, अब तक हम 6000 करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान कर चुके हैं और बाकी का भुगतान भी जल्दी ही कर दिया जाएगा। मोदी ने सर्जिकल स्टाइक का सबूत मांगने के लिए भी कांग्रेस को घेरा और कहा कि उसने ऐसा करके फौजियों का अपमान किया है।
प्रधानमंत्री ने नोटबंदी को राजनीतिक कार्यक्रम की बजाय गरीबों और ईमानदारों के हक के लिए देश में फैले भ्रष्टाचार और काले धन की जुगलबंदी को रोकने वाला बताया। उन्होने कहा कि उत्तराखंड में भी भ्रष्टाचारियों ने प्रदेश को खूब लूटा और देवभूमि को लूटभूमि बना दिया। इस संबंध में उन्होंने असंतुष्ट विधायकों को अपने पाले में करने के लिए कथित रूप से रिश्वत की पेशकश करते कैमरे पर दिखाई दिए रावत का भी जिक्र किया। हालांकि उन्होंने कहा कि पद का दुरूपयोग करने वाले बेईमानों के खिलाफ यह लड़ाई अब रूकने वाली नहीं है क्योंकि उन्होंने देश को इस बीमारी से मुक्त करने का संकल्प लिया है।
सोलह साल के उत्तराखंड की सही परवरिश की जिम्मेदारी अपने सिर लेने का वादा करते हुए प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि 11 मार्च को आने वाले नतीजे अभूतपूर्व होंगे और उस दिन वर्तमान सरकार अभूतपूर्व हो जाएगी। (भाषा)