राज्य विधानसभा के लिए 30 जनवरी को होने जा रहे मतदान के लिए प्रचार अभियान अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है। शुक्रवार को भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गजों ने अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया।
अशोक गहलौत, गिरिजा व्यास, गुलाम नबी आजाद जहां कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में मैदान में उतरे वहीं देहरादून और हरिद्वार में जनसंपर्क कर अरूण जेटली ने भाजपा प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे।
पिरान कलियर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत ने कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस की लहर है। तय है कि राज्य में कांग्रेस की ही सरकार बनेगी।
गहलौत ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा कभी धर्म, कभी जाति तो कभी गाय के नाम पर वोट मांगती है लेकिन वह कभी भी विकास की बात नहीं करती। बकौल गहलौत इस बार पहाड़ से लेकर मैदान तक सभी जगह कांग्रेस की लहर चल रही है।
कांग्रेस ने गुर्जर और जाट वोटों को लुभाने के लिए पिरान कलियर सीट में गहलौत को मैदान में उतारा।
हरिद्वार में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष गिरीजा ब्यास ने कहा कि जल्दी ही महिला आरक्षण बिल पास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस ही है जो विकास के नाम पर वोट मांगती है और विकास करती है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने तो भाजपा सरकार पर एनआरएचएम के पैसे का दुरूपयोग करने का आरो लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस योजना के तहत अपेक्षित कार्य नहीं हुए हैं। बकौल नबी राज्य सरकार ने केन्द्र से पैसा लेकर 108 सेवा शुरू की और इसे अपने नाम से प्रचारित कर रही है।
भाजपा पर तंज कसते हुए आजाद ने कहा कि कांग्रेस के पास मुख्यमंत्री पद के लिए छह चेहरे हैं जबकि भाजपा के पास केवल एक ही चेहरा मुख्यमंत्री पद के लिए बचा है। बाकी तीन चेहरों को भाजपा पहले ही आजमा चुकी है। वहीं भाजपा नेता अरूण जेटली ने पहले देहरादून में और बाद में हल्द्वानी में भाजपा के सत्ता में वापसी का दावा किया। (नईदुनिया)