लाखों दिलों पर राज करने वाले गाने ‘कोलावरी डी’ के ढेर सारे रीमेक बन चुके हैं और अब यह गाना चुनावी रंग में रंग उम्मीदवारों की नैया पार लगाने के काम आ रहा है। बॉलीवुड का मशहूर गीत ‘ऊ ला ला’ भी यहां के चुनाव में पैरोडी बनकर छाया है।
कांग्रेस हो या भाजपा इन गानों की पैरोडी तैयार कर पार्टियां मतदाता के दिलों में जगह बनाने की जुगत में हैं। कोलावरी की धुन पर भाजपा अपने गीत में पूछ रही है- ‘वाई दिस मंहगाई, महंगाई जी?’ और जवाब में गाने में जोड़ा गया है- ‘कांग्रेस से पूछ ना।’ भाजपा के इस गाने की पंक्तियों पर जरा गौर फरमाइए, ‘पेट्रोल प्राइस अप अप, लाइफ हो गई ठप, वाई इज कांग्रेस चुप’।
भाजपा के चुनाव अभियान में ‘डर्टी पिक्चर’ के ‘ऊ ला ला’ को भी नया रूप दिया गया है। गाने का मुखड़ा है, ‘घोटाला घोटाला, महंगाई घोटाला, आम आदमी की लग गई' । और फिर गायिका इसका जवाब देती है- ‘छूना ना छूना ना, उत्तराखंड को छूना ना, पोल तेरी खुल गई'।
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि इन गानों के जरिए युवाओं में संदेश देने में मदद मिलती है। हालांकि श्रीनगर से कांग्रेसी कार्यकर्ता गणेश गोडियाल इससे प्रभावित नहीं दिखते। उन्होंने कहा कि अहम यह है कि आप वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें। लोग आपको गानों के लिए वोट नहीं करेंगे। (भाषा)