गोंडा। गोंडा जिले में सरकारी दफ्तरों की सफाई के दौरान बोरे में भरे गए तिरंगों को कथित रूप से आग के हवाले करने का वीडियो वायरल होने के मामले में जिला प्रशासन ने 2 सदस्यीय टीम गठित करके जांच रिपोर्ट तलब की है। रविवार को बोरे में रखे तिरंगों को आग के हवाले किए जाने की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई।
मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने सोमवार को बताया कि जिला मुख्यालय पर स्थित विकास भवन के सरकारी दफ्तरों की साफ-सफाई के दौरान कर्मचारियों द्वारा रविवार को बोरे में रखे तिरंगों को आग के हवाले किए जाने की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई थी। उन्होंने इस घटना का संज्ञान लेते हुए अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में 2 सदस्यीय टीम गठित करके जांच आख्या तलब की है।
उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट मिलने पर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में जिला विकास अधिकारी दिनकर विद्यार्थी ने बताया कि गत अगस्त माह में 'हर घर तिरंगा' अभियान' में वितरण के लिए ये झंडे मंगाए गए थे।
उन्होंने कहा कि कुछ झंडे मानक के अनुरूप नहीं थे इसलिए उन्हें वितरित नहीं किया गया था और विकास भवन के ही एक कक्ष में रखवा दिया गया था। रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण दफ्तरों की साफ-सफाई की जा रही थी। विद्यार्थी ने बताया कि इसी दौरान सफाई कर्मचारियों ने अन्य रद्दी फाइलों व कागजों के साथ उस बोरी को भी जला दिया जिनमें तिरंगे रखे थे। गौरतलब है कि सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में विकास भवन के पीछे कुछ बोरों में जलते हुए राष्ट्रध्वज का वीडियो वायरल हुआ था।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta