बाराबंकी/ बलिया/ चंडीगढ़। उत्तरप्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को कहा कि गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को लाने के लिए बांदा से सोमवार को पुलिस की एक टीम पंजाब भेजी जाएगी। पंजाब के गृह विभाग ने अंसारी की हिरासत उत्तरप्रदेश सरकार को 8 अप्रैल तक रूपनगर जेल से लेने के लिए कहा है। इसके बाद, गाजीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि उनके भाई की सुरक्षा अब न्यायपालिका और योगी आदित्यनाथ शासन की जिम्मेदारी है।
मुख्तार अंसारी, उप्र में कई मामलों में वांछित हैं। वह कथित वसूली के मामले में जनवरी 2019 से पंजाब की रूपनगर जिला कारागार में कैद हैं। चित्रकूट रेंज (उप्र) के पुलिस महानिरीक्षक धाम के. सत्यनारायण ने बांदा में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें लाने के लिए सोमवार को बांदा से पुलिस की एक टीम भेजी जाएगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अंसारी को किस जेल में रखा जाएगा, इस बारे में फैसला एक बैठक में लिया जाएगा।
इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, इलाहाबाद जोन, प्रेम प्रकाश ने कहा कि टीम सोमवार सुबह रवाना होगी और एक एम्बुलेंस भी होगी। उत्तरप्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को लिखे पत्र में पंजाब के गृह विभाग ने विचाराधीन कैदी अंसारी के स्थानांतरण के लिए उपयुक्त इंतजाम करने को कहा है। पत्र में कहा गया है कि जिला कारागार रूपनगर में कैदी को 8 अप्रैल को, या इससे पहले उत्तरप्रदेश सरकार को सौंपा जाएगा।
उसमें कहा गया है कि अंसारी को कई बीमारियां भी हैं और रूपनगर जेल से उत्तरप्रदेश की जेल ले जाने का प्रबंध करने के दौरान इसका ध्यान रखा जाना चाहिए। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई एवं गाजीपुर (उप्र) से सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि उनके उत्तरप्रदेश की जेल में आने पर सुरक्षा की जिम्मेदारी न्यायपालिका और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की है। अदालत को उनके जीवन की रक्षा और उन्हें दी गई मेडिकल सुविधाओं की निगरानी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी नागरिक के जीवन की सुरक्षा सरकार का फर्ज है। यह फर्ज दोगुना हो जाता है, जब वह कैदी न्यायिक अभिरक्षा में हो और चार गुना तब हो जाता है, जब राज्य सरकार याचिका दाखिल कर न्यायालय से गुजारिश करे कि मुकदमे की सुनवाई प्रभावित हो रही है।
आईजी सत्यनारायण ने कहा कि जेल आगंतुकों और कैदियों का ब्योरा प्रतिदिन के आधार पर रखा जाएगा।उन्होंने कहा कि हमीरपुर, चित्रकूट जैसे पड़ोसी जिलों से आने वाले लोगों पर नजर रखी जाएगी। किराए पर रहने वाले लोगों के बारे में भी सूचना जुटाई जाएगी। यह पूछे जाने पर कि क्या जेल के आसपास अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा, उन्होंने कहा कि जेल अधीक्षक की मांग के मुताबिक यह किया जाएगा।
पंजाब सरकार ने अपने पत्र में, 26 मार्च के उच्चतम न्यायालय के आदेश का हवाला दिया है, जिसमें राज्य सरकार को निर्देश दिया गया है कि 2 हफ्ते में उत्तरप्रदेश के मऊ से विधायक को बांदा जेल में स्थानांतरित किया जाए। अपना आदेश देते हुए, शीर्ष अदालत ने कहा था कि अंसारी हत्या की कोशिश, हत्या, धोखाधड़ी और साजिश के विभिन्न अपराधों में कथित रूप से शामिल है। उनके खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम के तहत भी उत्तरप्रदेश में मामले दर्ज हैं।
उप्र में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी द्वारा पंजाब में इस्तेमाल की जा रही एम्बुलेंस के प्रकरण में जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की गई है।
उन्होंने बताया कि एसआईटी के तहत 2 दल गठित किए गए हैं। एक हैदरगढ़ के पुलिस क्षेत्राधिकारी नवीन कुमार के नेतृत्व में पंजाब और दूसरी इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह के नेतृत्व में मऊ भेजा गया है। दोलों दल सभी पहलुओं की जांच करेंगे। वे इस मामले में आरोपों के घेरे में आई डॉक्टर अलका राय से भी बात करेंगे। एम्बुलेंस किसके आदेश से जेल से मुख्तार अंसारी को ले गई और अंसारी का बाराबंकी से क्या रिश्ता है, उसका भी पता लगाया जाएगा।
बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफजाल ने 'भाषा' से बातचीत में कहा कि एम्बुलेंस प्रकरण से मुख्तार का कोई लेना-देना नहीं है। एम्बुलेंस मुख्तार की विधायक निधि से खरीदे जाने की बात बिल्कुल गलत है। अगर ऐसा है तो सरकारी अभिलेखों से इसकी जांच की जा सकती है। गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश के नंबर प्लेट वाली एक एम्बुलेंस के कागजात फर्जी पाए जाने के बाद बाराबंकी में 2 अप्रैल को एक मामला दर्ज किया गया था।
मुख्तार अंसारी को 31 मार्च को 2019 की कथित वसूली के सिलसिले में मोहाली की एक अदालत में पेश किया गया था। कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें व्हील चेयर पर अदालत ले जाया गया था। उन्हें पेशी के बाद वापस रूपनगर कारागार भेज दिया गया था।
लावारिस हालत में मिली एम्बुलेंस : मुख्तार अंसारी को मोहाली की अदालत ले जाने के लिए उपयोग की गई एम्बुलेंस पंजाब के रूपनगर जिले में चंडीगढ़-नांगल राजमार्ग पर एक ढाबे के पास सड़क किनारे लावारिस हालत में मिली। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि उन्होंने एम्बुलेंस को कब्जे में ले लिया है।
रूपनगर के पुलिस उपाधीक्षक टीएस गिल ने फोन पर कहा कि हमने एम्बुलेंस को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि उत्तरप्रदेश के पंजीकरण संख्या वाली एम्बुलेंस सड़क किनारे लावारिस हालत में खड़ी है। मुख्तार अंसारी को वर्ष 2019 के कथित वसूली के एक मामले के सिलसिले में एम्बुलेंस के जरिए रूपनगर जेल से मोहाली की एक अदालत में पेशी के लिए ले जाया गया था। (भाषा)