लखनऊ। उत्तरप्रदेश में त्योहार की खरीददारी के लिए लखनऊ सहित आसपास के अन्य जिले की बाजारों में ग्राहकों की भीड़ दिखने लगी है और 8 महीने के वनवास के बाद बाजार में लोगों की भारी भीड़ से व्यापारी भी उत्साहित दिखाई दे रहे हैं। व्यापारी को अब उम्मीद है कि 8 महीने के व्यापारिक वनवास से उन्हें अब मुक्ति मिल जाएगी।
कोरोना महामारी के चलते 8 महीने से व्यापार में लगा वनवास अब खत्म होता हुआ नजर आ रहा है। दीपावली पर्व जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे बाजारों में रौनक बढ़ती चली जा रही है। इसी के चलते लखनऊ के हजरतगंज, इंदिरा नगर, आलमबाग, चौक तो वहीं कानपुर के बिरहाना रोड, नयागंज, मेस्टन रोड, पी. रोड, कल्याणपुर इत्यादि बाजारों में ग्राहकों की जबर्दस्त भीड़ देखने को मिल रही है और लोग जमकर खरीददारी भी कर रहे हैं। बाजार में गणेश लक्ष्मी की मूर्ति के साथ-साथ सोना व चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स समान, मोबाइल, रेडीमेड कपड़ों और खाने-पीने के सामान की बिक्री बढ़ गई है और व्यापारियों के चेहरों पर खुशी देखने को मिल रही है।
व्यापारी प्रियंक शुक्ला, दीप सिंह व मोहित वर्मा की मानें तो कोरोना महामारी के बाद दीपावली व धनतेरस के पर्व को लेकर हम सब व्यापारी चिंतित थे, क्योंकि यह त्योहार इलेक्ट्रॉनिक व सर्राफा बाजार के लिए सबसे बड़े पर्व हैं। इस पर्व में जितना हम माल सालभर में बेचते हैं, वह 2 या 3 दिन के अंदर ही बिक जाता है। लेकिन करोना को लेकर मन में व्यापार को लेकर चिंता बनी हुई थी, पर बेहद खुशी की बात है कि वनवास खत्म होता हुआ नजर आ रहा है और बाजार में रौनक लौट आई है। सुबह 7 बजे से ही मार्केट खुल जाता है और देर रात तक मार्केट में चहल-पहल बनी रहती है।
कारोबारियों का कहना है कि कोरोना काल में हुई आर्थिक चोट की काफी कुछ भरपाई इस त्योहारी सीजन में होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि मार्च के बाद से व्यापारियों को अपने-अपने व्यापार को बचाने का संकट सामने आ गया था और मार्केट में ग्राहकों के नहीं आने से व्यापारियों की चिंता व बेचैनी बढ़ गई थी।