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मेरठ की छात्रा परी बनी एक दिन की डिप्टी एसपी, बेटियों के आत्मविश्वास की नई मिसाल

मिशन शक्ति अभियान फेज-5 में बेटियों को सशक्त बनाने की पहल

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हिमा अग्रवाल

मेरठ , गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025 (22:14 IST)
डरे नही, निडर होकर सड़कों पर निकलें, साहसी बने और कामयाबी हासिल करते हुए समाज में कुछ नया कर दिखाएं। उत्तरप्रदेश सरकार ने बेटियों और महिलाओं को हौंसलों की उड़ान दी, जिसके चलते मिशन शक्ति अभियान फेज-5 के तहत जनपद मेरठ में बेटियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल की गई। इस विशेष अवसर पर एसडी गर्ल्स कन्या इंटर कॉलेज की कक्षा 12वीं की छात्रा 'परी' को एक दिन के डिप्टी एसपी सदर का दायित्व सौंपा गया। 
 
डिप्टी एसपी कैंट नवीना शुक्ला ने छात्रा परी का स्वागत करते हुए उन्हें पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली से रूबरू कराया। परी ने दिनभर सीओ ऑफिस और थाना सदर बाजार का निरीक्षण किया तथा मिशन शक्ति डेस्क से लेकर विभिन्न विभागों के कार्यों का बारीकी से देखा और सीखा। इस दौरान उन्होंने महिला सुरक्षा, कानून व्यवस्था और पुलिस की दैनिक जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
 
बचपन से ही परी नका सपना एक दिन आईपीएस अधिकारी बनकर समाज में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि आज मुझे यह जिम्मेदारी मिलना मेरे लिए गर्व की बात है। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और अब मैं और अधिक मेहनत कर अपने लक्ष्य को हासिल करूंगी। कक्षा 12 की छात्रा परी का आत्मविश्वास देखते ही बनता है, वो कहती है कि सड़क पर किसी की हिम्मत नहीं है कि ऐसे ही किसी को छेड़छाड़ दें, कहीं न कहीं ऐसे लोग महिलाओं की कमजोरी का फायदा उठाते है। आज सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। लोकल स्तर से लेकर सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय के हेल्पलाइन नम्बर है, यदि किसी के साथ गलत हो रहा है तो वह तुरंत मदद मांग सकता है। यदि किसी के साथ गलत हो गया है तो ऐसे शोहदे और अपराधी को बख्शा नही जाना चाहिए, उसकी सही जगह जेल है।
 
क्षेत्राधिकारी नवीना शुक्ला ने बताया कि ऐसी पहल से बालिकाओं में न केवल प्रशासनिक समझ बढ़ती है, बल्कि उनमें नेतृत्व और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित होती है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति अभियान का मकसद हर बेटी को आत्मनिर्भर, जागरूक और सशक्त बनाना है।
 
 जिले में आयोजित इस कार्यक्रम ने बालिकाओं को नई दिशा देने का कार्य किया है। एक दिन की सीओ बनी परी ने साबित कर दिया कि अगर हौसला बुलंद हो तो उम्र कभी मायने नहीं रखती। प्रशासनिक कार्यों को समझते हुए परी ने जिस आत्मविश्वास और गंभीरता से अपनी भूमिका निभाई, वह सभी के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है।
 
 मिशन शक्ति फेज-5 के इस आयोजन ने न केवल परी बल्कि मेरठ की सभी बालिकाओं में नई ऊर्जा का संचार किया है। यह पहल निश्चित रूप से समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी और आने वाली पीढ़ी की बेटियों को बड़े सपने देखने को पूरा करेंगी। Edited by : Sudhir Sharma

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