मेरठ। थाना हस्तिनापुर में एक महिला को अपने पति की मौत के बाद दूसरी शादी करना मंहगा पड़ गया। महिला की दूसरी शादी से नाखुश उसके बच्चों और जेठ की परिवार ने महिला के पति को गोलियों बरसा कर मार डाला। महिला के पति को मौत के घाट उतारते समय निर्दोष ई रिक्शा चालक भी अपनी जान से हाथ धो बैठा। सरेआम डबल मर्डर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इस मर्डर का लाइव सीसीटीवी भी सामने आया है।
हस्तिनापुर मुख्य मार्ग पर मखदुमपुर कॉलोनी के निकट सरेराह 2 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना को अंजाम बाइक सवार तीन-चार नकाबपोश हत्यारों ने आठ राउंड फायरिंग करते हुए दिया है। मृतक अरविंद और सुरेंद्र दोनों पाली गांव के रहने वाले हैं।
रविवार को 22 वर्षीय अरविंद ऊर्फ कालू अपने घर जाने के लिए 40 वर्षीय सुरेंद्र की ई रिक्शा में बैठा था। जैसे ही ई रिक्शा चालक सुरेन्द्र ने मखदुमपुर कालोनी के पास रिक्शा मोड़ा तो वहां पहले से मौजूद 4-5 बाइक सवार चार घटना को अंजाम देने के लिए घात लगाए खड़े थे और अरविंद को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी।
इसमें ई रिक्शा चालक सुरेन्द्र को भी गोली लग गई, वही अरविंद अपनी जान बचाने के लिए एक गली में भागा लेकिन हमलावरों ने उसे पीछा कर वही गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया।
अरविंद जान की गुहार लगाता हुआ चींखता रहा लेकिन हत्यारों ने उसकी एक ना सुनी। हत्या करने की यह तस्वीरे वहीं एक एक सीसीटीवी में कैद हो गई। पुलिस ने अरविंद और सुरेंद्र को अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
मेरठ एसएसपी रोहित सजवाण के मुताबिक हत्या की वजह दो परिवारों की आपसी रंजिश है। पाली गांव की रहने वाली गीता की शादी गांव 2002 में गांव के एक युवक के साथ हुई थी।
2020 में गीता के पति की मौत हो गई। इसके बाद गीता ने अरविंद से कोर्ट मैरिज कर ली और उसके साथ रहने लगी। गीता के पहली ससुराल वाले उससे नाराज थे, जेठ और उसके बच्चों में आए दिन कहासुनी होती रहती थी। हालांकि गीता के लगभग 18 साल का बेटा है और वह भी इस शादी से खुश नही था।
इसके चलते वह ताऊ और तोहरे भाइयों के साथ मिलकर गीता को भला-बुरा कहते थे। मृतक अरविंद के भाई ने गीता के पूर्व जेठ और परिजनों के खिलाफ तहरीर दी है। घटना की जानकारी मिलते ही पर एसडीएम अखिलेश यादव व सीओ आशीष शर्मा मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने दोनों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हैं।
दो परिवारों की लड़ाई में अरविंद पर हमलावरों ने गोलियां बरसाईं, लेकिन उसी में निर्दोष ई रिक्शा चालक भी अपनी जान से हाथ धो बैठा। पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए दो टीमें गठित की हैं। जिस तरह सड़क पर गोलियां चलाई गई है वह राहगीरों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती थी। Edited By : Sudhir Sharma